रोहतक : माताओं को स्तनपान कराने का सही तरीका सिखाया

0
520
Baby-Ko-Stanpan
Baby-Ko-Stanpan

संजीव कुमार, रोहतक :
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के नर्सिंग कालेज की छात्राओं द्वारा 1 अगस्त से 7 अगस्त तक मनाए जाने वाले राष्ट्रीय स्तनपान सप्ताह के अंर्तगत मदर एंड चाइल्ड केयर अस्पताल मे माताओं को स्तनपान कराने का सही तरीका सिखाया।
प्राचार्य प्रो. सुनिता के मार्गदर्शन मे चलाए गए इस जागरूकता अभियान मे एमएससी नर्सिंग की प्रथम व द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने एमसीएच वार्ड मे एक ब्रैस्ट फिडिंग शिक्षा का आयोजन किया। प्राचार्य सुनीता ने बताया कि इस प्रोग्राम मे दूध पिलाने का उचित समय, तरीका व मां के दूध पिलाने से मां, बच्चे व परिवार को होने वाले फायदों के बारे मे जानकारी प्रदान की गई। माताओं को दूध पिलाने का तरीका दूध पिलाने वाली मां के उपर डैमो करके दिखाया गया व डैमो दिखाने के बाद सब माताओं ने एक साथ अपने बच्चों को दूध पिलाया। आचार्य शकुंतला ने माताओं को समझाने के लिए छात्राओं ने पोस्टर चार्ट दिखाकर माताओं को दूध पिलाने का सही तरीका, सही समय, दूध के फायदे इत्यादि के बारे मे अवगत करवाया। जूनियर लैक्चरार किरण ने बताया कि कल भी ओपीडी में लोगों को जागरूक किया जाएगा। किरण ने कहा कि इस सप्ताह को मनाने का उदेश्य अधिक से अधिक माताओं को सही तरीके स्तनपान की जानकारी देना है, जिससे बच्चे का जल्दी विकास हो। इस अवसर पर समस्त नर्सिंग कालेज का स्टाफ उपस्थित था।
स्तनपान के फायदे
स्तनपान के फायदों के बारे मे आचार्य शकुंतला ने बताया कि रिसर्च के अनुसार मां का दूध विटामिन और पोषक तत्वों से युक्त होता है जो जन्म के पहले छह महीनों मे शिशु के लिए बहुत जरूरी होता है, जिसका व्यापक और लंबे समय तक आपके बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के विकास पर असर पडता है। जूनियर लैक्चरार किरण कौर ने बताया कि मां का दूध शिशुओं के लिए जीवनरक्षक का कार्य करता है। उन्होंने कहा कि इससे मां का कई तरह के कैंसर से बचाव होता है। इसके साथ ही मां और शिशु के भी अटूट बंधन बढ जाता है। किरण कौर ने कहा कि महिलाओं को भी स्तनपान के कई प्रकार के लाभ होते हैं। किरण ने कहा कि बच्चे के पैदा होते ही जितना जल्दी हो सके, स्तनपान शुरू कर देना चाहिए और छह माह तक मां का दूध ही बच्चे के लिए संपूर्ण आहार होता है और इसके अलावा कोई भी आहार जैसे घुट्टी, शहद इत्यादि चीज बच्चे को नही देनी चाहिए क्योंकि यह शहर और घुटी देने की परपंरा बच्चे के लिए हानिकारिक सिद्व हो सकती है। शकुंतला देवी ने बताया कि स्तनपान करवाने से बच्चों मे मधुमेह, अस्थमा जैसी घातक बिमारियों से भी बचाव करवाया जा सकता है। स्तनपान शुरू के महीनों मे परिवार नियोजन मे भी उपयोगी रहता है।