इशिका ठाकुर, कुरुक्षेत्र :
ताऊ बलजीत की देशी घी की जलेबी महोत्सव में घोल रही है अपनेपन की मिठास
पर्यटकों की मांग को पूरा करने के लिए ताऊ बलजीत ने महोत्सव में लगाए 2 स्टॉल, पर्यटकों का स्नेह हर बार खींच लाता है ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर
गांव गोसाना से ताऊ बलजीत की देशी घी वाली जलेबी महोत्सव में अपनेपन की मिठास को घोलने का काम कर रही है। इस महोत्सव में आने वाले पर्यटक अपने-अपने आप ही ताऊ बलजीत के जलेबी के स्टॉल की तरफ खींचे चले आते है। देशी घी में तैयार की जाने वाली इस जलेबी की सौंधी-सौंधी खुशबूं से बच्चे, युवा और बुजुर्ग भी अपने आपको जलेबी को खाने से रोक नहीं पाते है। अहम पहलू यह है कि पर्यटकों की मांग को पूरा करने के लिए ताऊ बलजीत ने महोत्सव के दोनो तरफ 2 स्टॉल को स्थापित किया गया है।
एक जलेबी का वजन 250 ग्राम
सोनीपत के गांव गोसाना निवासी ताऊ बलजीत ने बातचीत करते हुए बताया कि पिछले 9 सालों से कुरुक्षेत्र गीता महोत्सव में पर्यटकों के स्वाद को बढ़ाने के लिए गोहाना की प्रसिद्ध जलेबियों को लेकर आ रहे हैं और इस बार वे अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में स्टॉल नंबर 819 व 254 पर शहर वासियों के लिए देशी घी वाली जलेबियां लेकर आएं है। इस वर्ष एक किलो जलेबी का दाम 320 रुपए रखा गया है। एक जलेबी का वजन 250 ग्राम हैं। शुद्धता के साथ देशी घी से जलेबी बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें व उनके बेटे बिजेन्द्र, विजय व भाई बलबीर को महोत्सव का तो बेसब्री से इंतजार रहता हैं किन्तु आज वे यहां महोत्सव में शहरवासियों के लिए देशी घी से बनी जलेबियां लेकर आएं है। यहां आकर उन्हें सकून मिलता है और पर्यटकों को स्वादिष्ठ जलेबी खिलाकर मन को भी संतुष्टि मिलती हैं। इसलिए पर्यटकों के स्वाद का विशेष ध्यान रखा जाता है।
विदेशी पर्यटक भी जलेबी के स्वाद को चखने के लिए उनके स्टॉल पर पहुंच
उन्होंने कहा कि देशी घी वाली जलेबियों का अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में पर्यटक और शहर वासी बेसब्री से उनका इंतजार करते हैं। वे करीब 4 दशकों से जलेबी बनाने का काम कर रहे है। इन सालों में उनकी जलेबी के चाहवानों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। महोत्सव में आने वाले विदेशी पर्यटक भी उनकी जलेबी के कद्रदान है और बड़े चाव के साथ जलेबी के स्वाद को चखने के लिए उनके स्टॉल पर पहुंचते है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और केडीबी द्वारा उन्हें हर बार पूरा सहयोग मिलता है। प्रशासन द्वारा महोत्सव के दौरान सुरक्षा के साथ-साथ अन्य सभी पुख्ता प्रबंध किए गए है।
ये भी पढ़े: सूरज स्कूल बलाना में वेस्ट मैनेजमेंट पर हुई मॉडल प्रतियोगिता
ये भी पढ़े: सांसद रतनलाल कटारिया ने कांग्रेस को बताया डूबता हुआ जहाज, मजबूत विपक्ष तैयार करने की दी सलाह