Aaj Samaj (आज समाज),Tarun Gandhi Head of Sanatan Dharma Mandir,पानीपत : कहते हैं कि जब किसी इंसान के मन में कुछ करने का जज्बा लगन और दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो वह काम हो ही जाता है चाहे वह काम कितना ही मुश्किल क्यों ना हो। अनगिनत अडचनों के बावजूद इंसान उसे काम को कर ही डालता है। ऐसा ही एक उदाहरण पानीपत में मॉडल टाउन स्थित सनातन धर्म मंदिर के प्रधान तरुण गांधी है। जिन्होंने आज से लगभग 10 साल पहले मंदिर को भव्य और अनूठा स्वरूप देने की मन में ठानी थी। मंदिर चूंकि काफी प्राचीन और ऐतिहासिक था इसलिए उस समय के तत्कालीन प्रधान द्वारा उन्हें चाबियां सौंप कर कहा गया कि अब मंदिर तुम ही संभालो। इसको जैसा स्वरूप देना चाहो वैसा कर लेना।
ठान लिया कि अब पानीपत का यह सनातन धर्म मंदिर भव्य अनुपम और अनूठा बनाएंगे
बस तब से ही तरुण गांधी ने मन में ठान लिया कि अब पानीपत का यह सनातन धर्म मंदिर भव्य अनुपम और अनूठा बनाएंगे। इसके लिए उन्होंने बाकायदा अपने साथ लोगों को जोड़ा और पूरी टीम बनाई। फिर सिलसिला शुरू हुआ शहर दर शहर मंदिरो के मॉडल और स्वरूप देखने का। इसके लिए तरुण गांधी लगभग दो-तीन साल तक पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मंदिरों में घूमते रहे। सैकड़ो मंदिर देखने के बाद अब वह समय आया जब उनका सपना पूरा होने जा रहा है। कठोर मेहनत, कुशल नेतृत्व, और प्रशासनिक क्षमता के चलते मॉडल टाउन में भव्य मंदिर तैयार हो गया है। जिसका मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह 19 जनवरी से शुरू होने वाला है। लगभग एक सप्ताह तक चलने वाले इस महा आयोजन में विशेष तौर पर बनारस के विद्वानों को आमंत्रित किया गया है। जो प्रतिदिन यहां पर यज्ञ करेंगे। इसके लिए बेहद सुंदर और आकर्षक यज्ञशाला का निर्माण भी मंदिर परिसर में किया गया है।
शोभायात्रा इस आयोजन का प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहेगी
रोजाना शाम को 5:30 बजे बनारस की ही तर्ज पर महा आरती की जाएगी। पानीपत के हजारों-लाखों लोग इस अद्भुत नजारे के साक्षी बनेंगे। इस पूरे आयोजन में महिलाओं की भी कम भागीदारी नहीं है। जहां सभी महिलाएं पीतांबर वस्त्र धारण कर कलश यात्रा निकलेगी वहीं शहर में निकलने वाली शोभायात्रा भी इस आयोजन का प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहेगी। जिसमें विशेष तौर पर बाहर से बुलाए गए बैंड और झांकियां राम धुन पर लोगों को झूमने पर मजबूर कर देंगी। वही इस पूरे आयोजन में तरुण गांधी अपने आप को केवल एक सेवक की भूमिका में रखे हुए हैं। यहां तक की मंदिर के मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण पत्रों में तरुण गांधी का नाम या फोटो तक नहीं है। हालांकि मंदिर के प्रधान है, लेकिन फिर भी उनका कहना है कि जो कुछ भी हो रहा है सब राधा रानी की कृपा है। इसके साथ ही वह अपनी टीम के साथियों की भी जमकर सराहना करते हैं। कहते हैं कि सब के प्रयास से आज वह इतना कर पाए हैं। बहरहाल जो भी हो प्रधान तरुण गांधी द्वारा की गई इस मेहनत और लगन को देखकर इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इंसान दृढ़ इच्छा शक्ति के बलबूते पर कुछ भी कर सकता है।