11 माह के निचले स्तर पर पहुंचा निवेश

Equity Mutual Funds (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अमेरिका का दोबारा राष्टÑपति बनने के बाद से डोनाल्ड ट्रंप लगातार ऐसे सनसनीखेज फैसले ले रहें हैं जिससे पूरी दुनिया को उन्होंने चौका दिया है। उनके द्वारा लिए गए फैसलों में से एक अहम फैसला है अमेरिका द्वारा अपनी नई टैरिफ नीति को लागू करना। अमेरिका के इस फैसले के बाद दुनिया भर के शेयर बाजारों कई दिन तक हताशा का माहौल रहा।

हालांकि अब जबकि अमेरिका ने 75 देशों के खिलाफ लगाए गए नए टैरिफ पर 90 दिन के लिए अस्थाई रोक लगा दी है तो दुनिया भर के शेयर बाजारों में फिर से रौनक लौट आई है। लेकिन इस सबके बीच में बड़ी बात यह रही कि इससे म्यूचुअल फंड में हो रहे निवेश पर नकारात्मक असर पड़ा।

इक्विटी म्यूचुअल फंड में 14.4 फीसदी की गिरावट

टैरिफ वार के बीच शेयर बाजारों में उथल-पुथल के कारण इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश मासिक आधार पर 14.4 फीसदी घटकर मार्च, 2025 में 11 महीने के निचले स्तर 25,082.01 करोड़ रुपये पर आ गया। इससे पहले मार्च, 2024 में सबसे कम 22,633 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। गिरावट के बावजूद मार्च लगातार 49वां महीना है, जब इस श्रेणी में निवेश जारी है।

एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, यह लगातार तीसरा महीना है, जब इक्विटी म्यूचुअल फंड निवेश में गिरावट आई है। दिसंबर, 2024 में निवेशकों ने इस श्रेणी में 41,156 करोड़ का निवेश किया था, जो जनवरी में घटकर 39,687 करोड़ और फरवरी में 29,303 करोड़ रुपये रह गया।

एसआईपी से भी कम हुआ निवेश

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश मामूली घटकर मार्च, 2025 में 25,926 करोड़ रह गया। यह नवंबर, 2024 के बाद चार महीने का निचला स्तर है। उस समय एसआईपी में 25,320 करोड़ निवेश आया था। फरवरी, 2025 में यह आंकड़ा 25,999 करोड़ रुपये रहा था। मार्च में एसआईपी खातों की कुल संख्या फरवरी के 8.26 करोड़ से घटकर 8.11 करोड़ रह गई। इसका मतलब है कि बीते महीने करीब 15 लाख एसआईपी खाते बंद हुए। इस दौरान 40.18 लाख से अधिक नए एसआईपी खाते पंजीकृत भी हुए हैं।

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