Mahavishnu NGO Paramporul Foundation, (आज समाज), चेन्नई: तमिलनाडु के एक सरकारी स्कूल में आध्यात्मिक स्पीच देने को लेकर केस दर्ज हो गया है। परमपोरुल फाउंडेशन (एनजीओ) से जुड़े स्पीकर महाविष्णु ने 5 सितंबर को चेन्नई में दो जगह सैदापेट हाई स्कूल और अशोक नगर गर्ल्स हाई स्कूल में एक स्प्रिचुअल अवेकनिंग क्लास का आयोजन किया था। इस दौरान उन्होंने जाति, वर्ग, पुण्य, पाप, मंदिर पर स्पीच दी।
डीवाईएफआई और एसएफआई सड़कों पर उतरे
महाविष्णु ने कहा, हमें पिछले कर्मों की सजा इस जन्म में मिलती है। साथ ही उन्होंने मंत्रों से बीमारी ठीक करने का भी दावा किया था। महाविष्णु के 5 सितंबर के कार्यक्रम का वीडियो सामने आने के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन आॅफ इंडिया (डीवाईएफआई) और स्टूडेंट्स फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। इसके बाद सरकार तक यह बात पहुंची और शिक्षा मंत्रालय ने 6 सितंबर को शोक नगर गर्ल्स हाई स्कूल की प्रिंसिपल का ट्रांसफर करवा दिया।
मुख्यमंत्री ने भी स्कूल में कार्यक्रम की निंदा की
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी स्कूल में इस तरह के कार्यक्रम की निंदा की है। उन्होंने कहा, हमारे एजुकेशन सिस्टम में केवल साइंस की जरूरत है और इसी से स्टूडेंट का विकास होगा। प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गारंटी दी है।
एमडीएमके सांसद दुरई वाइको ने बेहद निंदनीय बताया
एमडीएमके सांसद दुरई वाइको ने कहा, यह बेहद निंदनीय है कि महाविष्णु के नाम पर एक व्यक्ति हमारे स्कूल परिसर में घुस आया। वह कहता है, अगर हम मंत्र का जाप करते हैं, तो हमें एसिड रेन मिल सकती है, बीमार लोग ठीक हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ऐसे व्यक्ति को कभी भी स्कूल के अंदर नहीं आने देना चाहिए। सांसद दुरई ने कहा, यह व्यक्ति भगवान का अवतार होने का दावा करता है और इस तरह की बातें बच्चों को गुमराह करती हैं।