34 प्रांतीय राजधानियों में से 14 पर कब्जा किया
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काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से 80 किलोमीटर दूर लोगर प्रांत में सरकारी बलों और तालिबान के बीच लड़ाई जारी है। तालिबान का दावा है कि उसने देश की 34 प्रांतीय राजधानियों में से 14 पर कब्जा कर लिया है। ज्यादातर ग्रामीण इलाकों पर उसका कब्जा पहले से ही है। जानकारी के अनुसार तालिबानी लड़ाके तेजी से काबुल की तरफ बढ़ रहे हैं। रास्ते में जो भी प्रांत पड़ रहा है, उसे वह अपने कब्जे में कर ले रहे हैं। तालिबान का दावा है कि उसने अफगानिस्तान के दूसरे और तीसरे सबसे बड़े शहर कंधार और लश्करगाह पर भी कब्जा कर लिया है। साथ ही उन्होंने उरुजगान प्रांत की राजधानी तिरीनकोट और घोर प्रांत की राजधानी फिरोज कोह पर भी कब्जा जमा लिया है। एसोसिएटेड प्रेस ने अफगान सांसद के हवाले से बताया है कि तालिबान ने राजधानी काबुल के दक्षिण में लोगार प्रांत पर भी कब्जा कर लिया है। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि तालिबान कुछ ही दिन में राजधानी काबुल पर हमला कर सकता है। पश्चिम में हेरात भी कट्टर इस्लामी समूह के कब्जे में आ गया है। काबुल से 80 किलोमीटर दूर लोगर प्रांत में सरकारी बलों और तालिबान के बीच लड़ाई जारी है। तालिबान का दावा है कि उसने देश की 34 प्रांतीय राजधानियों में से 14 पर कब्जा कर लिया है।
कंधार जिसके पास वही करता है शासन
तालिबान ने प्रमुख शहर कंधार पर कब्जा कर लिया और माना जाता है कि कंधार जिसके पास होता है वह ही अफगानिस्तान पर शासन करता है, क्योंकि यह देश का मुख्य व्यापारिक शहर है। यहां पर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है और इसकी प्रांतीय सीमाएं पाकिस्तान व ईरान से लगती हैं। तालिबान के लिए यह शहर इसलिए भी खास है क्योंकि यहीं पर उसका जन्म हुआ था। अमेरिका के ड्रोन हमले में मारे गए मुल्ला उमर ने कंधार में ही तालिबान का गठन किया था।