आज समाज डिजिटल, अंबाला:
Symptoms Of Anemia In children: बच्चों के पेट में कीड़े न हों इसलिए डॉक्टर समय-समय उन्हें दवा देने की सलाह देते हैं। पेरेंट्स भी इस बात का ध्यान रखते हैं कि बच्चे के पेट में कीड़े न हों।यह बीमारी मुख्य रूप से आयरन की कमी के कारण होती है। दरअसल, मानव शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों में एक आयरन ही है, जिसे रेड ब्लड सेल्स के निर्माण का मुख्य स्रोत माना जाता है। जानिए बच्चों के पेट में कीड़े होने की वजहें और उनसे बचने के आसान उपाय।
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बच्चों में एनीमिया होने के लक्षण (Symptoms Of Anemia In children)
एनीमिया होने का सबसे पहला लक्षण बच्चो में चिड़चिड़ापन ज्यादा आ है। उनमे सांस लेने में तकलीफ होती है। भूख काम लगती है जिसके कारण कम खाना खाना कहते है। हर समय थकान और कमजोरी का महसूस होना।त्वचा व आंखों में पीलापन या सफेदी नजर आना।
बच्चों में एनीमिया होने के कारण (Bachon Mein Khoon Ki Kami Ka Ilaj)
बच्चों मेंआयरन की कमी के होना। हीमोग्लोबिनोपैथीज (Hemoglobinopathies) यानी जन्म से रक्त संबंधी विकार के कारण।और विटामिन बी-12 की कमी के कारण।
एनीमिया से बचने के उपाय(Symptoms Of Anemia In Hindi)
एनीमिया ऐसी समस्या नहीं है, जो ठीक न हो सके। जरूरत है, तो बस शिशु के जन्म के बाद उसका अच्छी तरह से ध्यान रखना, समय-समय पर चेकअप करवाना, जितना संभव हो बच्चे को मां का दूध ही पिलाएं। एक साल तक बच्चों को गाय का दूध बिल्कुल न पिलाएं। हां, अगर फिर भी बच्चे में आयरन की कमी होती है, तो डॉक्टर से चेकअप जरूर करवाएं। इसके आलावा बच्चों के आहार में सलाद या जूस शामिल करना एनीमिया से बचाव का एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।
पालक को आयरन का अच्छा स्रोत माना जाता है और आयरन की कमी को पूरा करने के लिए इसे खाने की सलाह दी जाती हैं। इसलिए, एनीमिया से बचाव के घरेलू उपाय के तौर पर पालक के जूस को इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
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