Aaj Samaj (आज समाज), Symbolic Strike, करनाल,28 फरवरी, इशिका ठाकुर :
करनाल में प्रदेश भर के कृषि अधिकारियों ने एक दिन का दिया सांकेतिक धरना ,कहा कुछ अधिकारी इस डिपार्टमेंट को खत्म करना चाहते हैं। इसको लेकर हमने हरियाणा के कृषि मंत्री से भी मुलाकात की थी इसी को लेकर आज करनाल में सांकेतिक धरना दिया गया है। जो हमारे ऑफिस बनाए हुए हैं ,वह खंडहर हो चुके हैं, 80 प्रतिशत जो पद है वह भी खाली पड़े हुए हैं।
कृषि एवं कल्याण विभाग के कर्मचारियों ने अपनी मांगो को लेकर करनाल लघु सचिवालय के सामने बुधवार को 1 दिन का सांकेतिक धरना दिया। उन्होंने कहा कि हमारे विभाग में बहुत ज्यादा पद खाली पड़े हैं और सरकार के द्वारा भर्ती नहीं की जा रही जिसे हम काफी समय से सरकार से नई भर्ती करने की बात कह रहे हैं। लेकिन नहीं की जा रही है।
इसके चलते कर्मचारियों और अधिकारियों के ऊपर वर्कलोड काफी बड़ा हुआ है। कृषि अधिकारी हर ब्लॉक और हर गांव में होते हैं, जहां पर किसानों को जानकारी देते हैं कि फसल उगाते समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए । खाद कितनी मात्रा में डालनी चाहिए, पानी कितनी मात्रा में रखना चाहिए, अगर कोई फसल खराब हो रही है या किसी फसल में बीमारी लग रही है तो उसे कैसे ठीक किया जा सकता है।
इन कृषि अधिकारियों के लिए बैठने के लिए गांव , ब्लॉक में दफ्तर होते थे वो भी खंडर हो रहे हैं।इतना ही नहीं जहां हाई टेक लैब बननी चाहिए , एक्सीलेंस सेंटर बनने चाहिए वो भी सरकार नहीं बना रही है। पर ये कृषि अधिकारी आज सड़कों पर हैं। इनकी मांग है कि जहां एक कृषि अधिकारी के पास 5 से 6 गांव के किसानों की जिम्मेदारी होनी चाहिए वहां इस समय एक अधिकारी 20 गांव से ज्यादा की जिम्मेदारी उठा रहा है। करनाल जिले में जहां 50 से ज्यादा कृषि अधिकारियों की जरूरत है वहां महज 14 अधिकारी हैं।
जो काम पटवारी करते थे वह काम भी हमारे द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों के काम करने के लिए हमारे पास दबाव बनाया जाता है जो काम कर्मचारी के द्वारा कई दिन में होता है उसको जल्दी करने का दबाव बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि हम काफी परेशान चल रहे हैं जिसके चलते पूरे प्रदेश के कर्मचारी बुधवार को यहां पर एक दिन के लिए सांकेतिक धरना देने के लिए पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा जो प्रदर्शन है वह विभाग को बचाने के लिए है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि उनकी 11 मुख्य मांगे हैं। जिसमें मुख्य मांग विभाग में लगभग 80% कृषि विकास अधिकारी के पद खाली है, उन्हें तुरंत प्रभाव से भरा जाए, ताकि किसानों को सभी प्रकार की सुविधा दीजिए दी जा सके। इसके साथ ही कृषि विभाग के अधिकारियों का वेतन देश में सबसे कम है। उसको भी बढ़ाया जाए। कृषि को नई दिशा देने के लिए राज्य में हरियाणा एग्रीकल्चर कोर्ट का गठन किया जाए।
इन्हीं तमाम मुद्दों को लेकर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के कर्मचारियों ने एक दिन का सांकेतिक धरना दिया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही इसके ऊपर कोई विचार नहीं किया तो उन्हें मजबूरन उन्हें आगे कोई कड़ा कदम उठाना पड़ सकता है।