नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
राजकीय महाविद्यालय महेंद्रगढ़ में स्वामी विवेकानंद जयंती को विश्व युवा दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य मेजर एमआर लांबा ने विद्यार्थियों को विवेकानंद जी के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया तथा उन्हें जीवन में महापुरुषों के द्वारा किए गए नए कार्यों को अपनाने के लिए उत्साहित किया। उन्होंने युवा दिवस के महत्व को बताते हुए कहा कि हमें सूर्य की तरह उगना और संसार को प्रकाश देने का कार्य करना होगा।
राष्ट्रीय सेवा योजना का मूल मंत्र
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सोमवीर सिवाच ने विवेकानंद जी के दृढ़ निश्चय एवं उनकी कर्मठता के विषय में बताते हुए बताया कि किस प्रकार से उन्होंने शिकागो में आयोजित होने वाले सर्व धर्म सम्मेलन में 1893 ईस्वी में भारत देश का परचम लहराया था। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना का मूल मंत्र बताया मातृ देवो भवः पित्र देवों भवः आचार्य देवों भवः ओर दरिद्र देवों भवः। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर कार्य करेंगे तो अपने महाविद्यालय समाज राष्ट्र को अच्छा बना सकते है। स्वयं सेवकों ने बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिया तथा विवेकानंद के जीवन से प्रेरणा लेने की शपथ ली।
इस अवसर परअन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे
इस अवसर पर एनएसएस इकाई दो व तीन के संयोजक डॉ. अशोक कुमार तथा डॉ. पविता यादव, उप प्राचार्य डॉ. लक्ष्मी नारायण, प्रो. विजय यादव, जितेन्द्र कुमार वशिष्ठ, डॉ. शमशेर सिंह, डॉ. ईश्वर सिंह, इंद्रजीत सिंह, दीपक सैनी, दुलीचंद राकेश सहित महाविद्यालय के अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
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