Aaj Samaj (आज समाज),Arya Bal Bharti School,पानीपत : आर्य बाल भारती स्कूल परिसर में वैदिक धर्म के महान विद्वान ओजस्वी संत आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद की पुण्य तिथि पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्कूल के प्रधान रणदीप कादियान रहे। प्राचार्य सत्यवान मलिक ने समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर देश भक्ति और धर्म पर आधारित अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आचार्य राजकुमार शर्मा कला अध्यापक बलजीत सिंह और संगीत अध्यापक संदीप आर्य ने इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम का शुभारंभ जय जय हे भगवती सुरभारती, तब – तब चरणों प्रणाम गीत और गायत्री मंत्र के साथ हुआ और शांति पाठ के साथ ही यह कार्यक्रम सम्पन्न हो गया। मुख्य अतिथि ने संगीत के प्रतिभाशाली छात्र – छात्राओं को सम्मानित किया। बाल लोक कलाकार बारहवीं के अनिकेत तथा इसी कक्षा की कु. नैन्सी ने देश भक्ति गीत और सरस्वती वन्दना के माध्यम से सभी को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान रणदीप कादियान ने कहा कि संसार से अज्ञानता और अंध विश्वास के घनघोर अंधकार के आंगन में वैदिक धर्म की नई जोत जलाने के लिए ही स्वामी दयानंद ने जन्म लिया था और 30 अक्टूबर 1883 को इस संसार से विदाई ले ली थी। उन्हों ने कहा कि अध्यात्म के बिना मनुष्य जीवन अधूरा है अध्यात्म मनुष्य जीवन को सुखपूर्वक जीते हुए मोक्ष की ओर ले जाता है।