करनाल : स्वदेशी से होगी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत : संजय भाटिया

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प्रवीण वालिया, करनाल:
डीएवी पीजी कॉलेज करनाल, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र एवं महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय करनाल के सयुंक्त तत्वावधान में आयोजित आत्मनिर्भर हरियाणा एवं रोजगार कार्यक्रम का शुभारंभ स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संगठक और कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सतीश जी, करनाल लोकसभा के सांसद माननीय संजय भाटिया, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वद्यालय करनाल के उप कुलपति डा. समर सिंह, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डिप्टी नोडल आफिसर डा. गुरुचरण व कॉलेज के प्राचार्य डा. रामपाल सैनी ने विधिवत रूप से मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्राचार्य डा. रामपाल सैनी ने सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत से जहां लाखों करोड़ों युवाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनने का अवसर प्राप्त होगा वहीं दूसरी ओर भारत की समृद्धि और खुशहाली से विश्व के देशों में भारत की स्थिति मजबूत होगी। करनाल लोकसभा के सासंद संजय भाटिया ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत से जहां हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी वहीं हम सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता के मामलें में आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि आजादी से पहले के आंदोलनों में भी स्वदेशी अपनाओं का नारा बुलंद हुआ था लेकिन इसको मजबूत से लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निभाई। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने इस दिशा में देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। जिससे स्वरोजगार को बढ़ावा मिला। उन्होंने यह भी कहा कि पुरे विश्व में करोना महामारी से लडने के लिए कहीं भी इतने बड़े बजट की घोषणा नहीं की गई जो हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ने हम देशवासियों के लिए की। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सतीश ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि नौकरी मांगने वाले नहीं नौकरी देने वाले बने। ताकि स्वरोजगार के माध्यम से स्वावलंबी बनकर और लोगों को भी रोजगार दिया जा सके और इसी कड़ी में आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम से पूरे देश के युवाओं में जागृति पैदा की जा सके। उन्होंने विद्यार्थियों और युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि मुख्य समस्या यह है कि हमारे अभिभावक और हम रोजगार का मतलब नौकरी समझते हैं और जैसे-तैसे उसको ही हासिल करना चाहते हैं और वो भी सरकारी। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी की चाहत ही हमारे देश के युवाओं के स्वरोजगार की पहली समस्या है। उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र में रोजगार सीमित है, जो सबको नहीं मिल सकता। इसलिए युवाओं को आत्मनिर्भर बनने और स्वरोजगार को बढ़ाने के लिए प्रयास करना चाहिए। मुख्य वक्ता ने भारत और विश्व के अनेक ऐसे कामयाब उद्यमियों के उदाहरण दिए जो स्वरोजगार के माध्यम से ही आज ऊंचाइयों पर है।
महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय करनाल के उप कुलपति डॉ समर सिंह ने कहा कि स्वरोजगार के जरिए ही हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र मे स्वावलंबी बनेंगे। उन्होंने कहा कि आज देश के प्रत्येक जिले में आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत रोजगार सृजन के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। निश्चित रूप से युवाओं को इससे लाभ होगा और भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ेगा। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य डा. रामपाल सैनी ने सभी अतिथियों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। मंच संचालन डॉ मिनाक्षी कुंडू ने किया। इस अवसर जिले के कई कालेजों के प्राचार्य, प्रतिनिधि व विद्यार्थी मौजूद रहे।