Swachh Survekshan 2022 में नगर निगम करनाल 3R पर कर रहा काम
- निगम ने कई वार्डों में 6 केटेगरी में खोलें पुराने सामान के बैंक
- 3R के तहत कचरे को कम कर नगर निगम कर रहा सराहनीय कार्य
- अच्छा कार्य करने वाले सफाई कर्मियों को नगर निगम कर रहा सम्मानित।
प्रवीण वालिया, करनाल :
Swachh Survekshan 2022 : नगर निगम करनाल स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 को लेकर अनेक गतिविधियां चलाए हुए है, ताकि वह सर्वेक्षण के परिणामों में टॉप 10 में स्थान अर्जित कर सके। अतिरिक्त निगमायुक्त धीरज कुमार ने बताया कि नगर निगम द्वारा इस (Swachh Survekshan 2022) वर्ष भिन्न-भिन्न 5 वार्डों, वार्ड 11, 12, 15, 16 व वार्ड 18 में 3R (रिड्यूज़, रियूज, रिसाइकल) सिद्धांत पर गत महीनों से लगातार कार्य करते हुए 6 केटेगरी में कपड़े का थैला बैंक, बर्तन बैंक, ओल्ड बुक बैंक, ओल्ड टायर बैंक, ओल्ड फर्नीचर बैंक और पुराने कपड़ों का बैंक खोला है।
3R की दिशा में नगर निगम का प्रयास
उन्होंने बताया कि 3R की दिशा में नगर निगम का प्रयास रहा है कि पुरानी चीजें दोबारा से उपयोग में लाई जाएं, ताकि शहर से निकलने वाले कचरे को कम किया जा सके, इन पुराने सामानों के बैंक खोलने से शहरवासियों में पुराने सामान के पुनः उपयोग की एक जागरूकता पैदा हुई है। वर्तमान समय में इस सिद्धांत पर कार्य करके नगर निगम करनाल में दोबारा उपयोग में आने वाली चीजों को कचरा प्लांट पर जाने से रोका है। (Swachh Survekshan 2022) एएमसी ने बताया कि निगम द्वारा यह प्रयास निरंतर चलता रहेगा, क्योंकि उपयोग में आने वाली चीजों को कचरे में मिलाना पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक है।
सफाई कर्मचारियों को मानसिक स्तर पर सम्मानित किया
अतिरिक्त निगमायुक्त ने दूसरी ओर बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के तहत नगर निगम करनाल ने पांचवी बार अपने सफाई कर्मचारियों को आपदा व महामारी से बचाव की ट्रेनिंग दी है। इस दौरान नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को बताया कि किस तरीके से कोविड-19 जैसी प्राकृतिक आपदा में वह खुद को सुरक्षित रखते हुए साफ-सफाई का कार्य कर सकते हैं। (Swachh Survekshan 2022) निगम द्वारा यह ट्रेनिंग सफाई कर्मचारियों को हर महीने दी जाती है। इसके साथ-साथ उत्तम कार्य करने वाले सफाई कर्मचारियों को मानसिक स्तर पर सम्मानित भी किया जाता है। ऐसा करने से सफाई कर्मचारियों का उत्साहवर्धन होता है और वह सुरक्षित रूप से साफ-सफाई वाला कार्य कर सकते हैं
स्वच्छता केवल एक सरकारी प्रोग्राम नहीं है, लोगों की सोच..
एएमसी धीरज कुमार ने बताया कि स्वच्छता केवल एक सरकारी प्रोग्राम नहीं है, लोगों की सोच, व्यवहार और उनकी भागीदारी से कोई भी मुहिम हो या पहल, उसे सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने शहर की जनता से अपील की है कि इस बार सभी नागरिक स्वच्छ सर्वेक्षण में अपने शहर को टॉप-10 में लेकर आएं और अपने शहर को स्वच्छ, सुंदर व सुव्यवस्थित बनाएं।