- गांवों को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक खंड में लगेंगी प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट मशीन : मोनिका गुप्ता
- सिंगल पिट से डबल पिट शौचालय करने के लिए सरकार करेगी सहायता
- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए गांवों में शैड बनेंगे
Aaj Samaj (आज समाज), Swachh Bharat Abhiyan, नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा चलाया गया सबसे महत्वपूर्ण स्वच्छता अभियान है। देश के प्रधानमंत्री भी स्वच्छता पर पूरा फोकस रखते हैं। ऐसे में अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत जिला महेंद्रगढ़ को ओडीएफ प्लस बनाने के लिए निर्धारित लक्ष्य अनुसार कार्य करें। यह निर्देश उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने आज हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल के साथ स्वच्छ भारत मिशन को लेकर हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद अधिकारियों को दिए।
उपायुक्त ने कहा कि खुले में शौच मुक्त होने के बाद अब जिला की प्राथमिकता संपूर्ण स्वच्छता पर है। इसमें सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट तथा ग्रे वाटर मैनेजमेंट सहित कई कार्यक्रम शामिल हैं। अधिकारी इन सभी बिंदुओं पर निश्चित अवधि के अंदर-अंदर कार्य पूरा करवाएं।
गांवों को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक खंड में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के तहत लगभग 16 लाख रुपए तक की लागत से एक मशीन स्थापित की जाएगी। यह मशीन जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदी जा सकती है।
डीसी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सिंगल गड्ढे के शौचालय बने हुए हैं। इनको डबल करने के लिए लोगों को जागरूक करें। सिंगल गड्ढा भरने के बाद लोग इस गंदगी को बाहर फेंकते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही खतरनाक है। डबल पिट के शौचालय में एक पिट भरने के बाद दूसरे पिट का प्रयोग किया जा सकता है। इस तरह खाद भी तैयार हो जाती है। दोहरे गड्ढे बनाने के लिए सरकार सहायता राशि भी देती है। इसके लिए नागरिक डीआरडीए से संपर्क कर सकते हैं।
ग्रे वाटर मैनेजमेंट की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि सभी गांवों में बाथरूम तथा किचन का वेस्ट सोख्ता गड्ढा के माध्यम से मैनेज किया जाए। प्रत्येक 5 या 10 घरों के बीच में एक सोख्ता गड्ढा बनाया जा सकता है। इससे गांव में गंदगी भी नहीं होगी।
इस दौरान उन्होंने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए गांव में शैड बनाने के लिए भी आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यह कार्य भी निर्धारित अवधि में पूरा किया जाए।
इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त वैशाली सिंह के अलावा जिला के विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
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