मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक कार में विस्फोटक मिलने का मामला उलझता ही जा रहा है। जिस कार मेंविस्फोटक रखा गया था उसका मालिक मनसुख हिरेन था जिसकी संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। हालांकि पुलिस अभी इसे आत्महत्या मान रही है। पुलिस की शुरूआत की जांच में यह आत्महत्या का मामालाा है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मनसुख हिरेन ने कालवा ब्रिज से कूदकर अपनी जान दी है। हालांकि दूसरे एंगल से भी पुलिस जांच कर रही है। मनसुख हिरेन ने बताया था कि उनकी कार चोरी हो गई थी और उन्होंने इसके लिए एफआईआर भी दर्जकराई थी। उसी कार मेंजिलेटिन की बीस छड़ेंबरामद हुईथी। इस घटना ने हड़कंप मचा दी थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों मेंउस व्यक्ति को पहचानने की कोशिश की लेकिन मास्क लगा होने केकारण ज्यादा कुछ पता नहीं चल पाया था। पूर्व सीएम ने कहा कि इस मामले की जांच एएनआई से कराईजानी चाहिए। घटना के जांच अधिकारी सचिन वझे और मनसुख हिरेन काफी पहले से संपर्क में थी। उन्होंने एक सीडीआर भी पेश की है। विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने आरोपों को दोहराया। फडणवीस ने कहा, गाड़ी के मालिक मनसुख हिरेन की जिस दिन उनकी गाड़ी चोरी हुई, जहां उनकी गाड़ी बंद हुई, वहां से वह क्रॉफट मार्के आए, यहां उन्होंने एक व्यक्ति से मुलाकात की। वह व्यक्ति कौन है, यह इसमें सबसे बड़ी कड़ी है। यह गाड़ी जब वहां स्पॉट हुई तो लोकल पुलिस से पहले पुलिस अधिकारी सचिन वाझे वहां कैसे पहुंचे? उन्हीं को वह चिट्ठी कैसे मिली? गाड़ी चोरी हुई वह भी थाने की, आईओ का घर भी थाने में। जिस रूट से गाड़ी आई थी और इसके साथ में इनोवा, ये दोनों थाना से ही आई। दोनों गाड़ी वहां रुकी और एक निकल गई।