नई दिल्ली। अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों को पहले ही अलटीमेटम दे दिया है कि उन्हें अपनी दलीलें समय से खत्म करनी होगी। अब सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई की नयी समय सीमा दे दी है। राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद जमीन विवाद की सुनवाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले की दलीलें 17 अक्टूबर तक पूरी हो। गौरतलब है कि पहले सुप्रीम कोर्टने मामले की सुनवाई के लिए 18 तारीख तक का समय दिया था। मामले की सुनवाई पूरी करने और दलीलों को सुनने के लिए शनिवार को सुनवाई नहीं होगी। इस मामले में लगातार सुनवाई हो रही है। आज सुनवाई का 37वां दिन था। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने स्पष्ट किया कि शनिवार को अपेक्षित सुनवाई नहीं होगी। अब इस मामले की सुनवाई 14 अक्टूबर को होगी, क्योंकि दशहरा के उपलक्ष्य में शीर्ष अदालत में पूरे हफ्ते अवकाश है।
मुस्लिम पक्षकार के वकील राजीव धवन ने कहा कि वह आज का पूरा दिन लेंगे। इसके बाद कल (शनिवार को) अगर शीर्ष अदालत बैठती है तो वह कल करीब एक घंटे और समय लेंगे। उसके बाद बाकी साथी दलील देंगे। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अदालत कल नहीं बैठेगी। अब इसके बाद 14 अक्टूबर को सुनवाई होगी। धवन ने कहा, ह्लठीक है कि हम 14 अक्टूबर को अपनी दलीलें पूरी कर लेंगे। हम उससे अधिक समय नहीं लेंगे। धवन ने अपनी दलीलें शुरू की। संविधान पीठ में मुख्य न्यायाधीश के अलावा न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर शामिल हैं।