Unnao rape case hearing daily – Supreme Court: उन्नाव रेप केस की सुनवाई अब रोजाना, 45 दिन के अंदर इस केस की सुनवाई पूरी की जाए -सुप्रीम कोर्ट

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नई दिल्ली। उन्नाव रेप केस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को संज्ञान लिया। कोर्ट चीफ जस्टिस रंजन गोगाई ने जनरल सॉलिसिटर को एक सप्ताह यानी सात दिनों के भीतर उन्नाव रेप केस में हुए सड़क हादसे की जांच पूरी करने का आदेश दिया। बता दें कि पहले सॉलिसिटर जनरल से कोर्ट ने पूछा था कि जांच करने में कितना समय लगेगा तो उन्होंने एक महीने का समय मांगा था। इस पर सीजेआई ने सॉलिसिटर जनरल से एक महीने में नहीं सात दिन में मामले की जांच पूरी करने को कहा। हालांकि इसी के साथ कोर्ट ने रेप पीड़िता की मेडिकल हालत का भी संज्ञान लिया। इस मामले में सीजेआई दो बजे दोबारा से सुनवाई करेंगे। इस सुनवाई के दौरान पांच मामलों को ट्रांसफर करने पर फैसला लेंगे। कोर्ट ने कहा कि डॉक्टर सबसे बेहतर जज होते हैं और वह बता पाएंगे कि पीड़िता व उसके वकील को दिल्ली एयरलिफ्ट किया जा सकता है। रेप पीड़िता की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी और तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

अपडेट
-उन्नाव रेप केस मामले में दोपहर दो बजे के बाद फिर से सुनवाई शुरू की गई। पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट में कोर्ट में बताया गया कि उसके सर पर गहरी चोट लगी है। अभी भी पीड़िता और उसका वकील दोनों वेंटिलेटर पर हैं।के.जी.एम.यू लखनऊ की ओर से जारी किया गया कि रायबरले सड़क हादसे में घायल हुए दो लोगों की हालत गंभीर लेकिन स्थिर बनी हुई है। दोनों मरीज वेंटिलेटर पर हैं। दोनों यहां निशुल्क इलाज किया जा रहा है।

-वहीं कोर्ट ने उन्नाव रेप केस से जुड़े 5 मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश जारी किया। कोर्ट ने कहा कि उन्नाव केस की सुनवाई अब रोजाना की जाएगी। 45 दिन के अंदर इस केस की सुनवाई पूरी की जाएगी। कोर्ट ने कहा कि सात दिन के भीतर सड़क हादसे की जांच की जाए।

-पीड़ित परिवार के वकील ने कुलदीप सेंगर को उत्तर प्रदेश की जेल से दिल्ली की तिहाड़ जेल ट्रांसफर की मांग की।

उन्नाव रेप पीड़िता मामले में सरकार पूरी तरह गंभीर है – उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा
यूपी सरकार की ओर से उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बयान दिया कि सरकार जो कुछ भी सकारात्मक कार्य पीड़िता के साथ कर सकती है। सरकार पूरी तरह कर रही है। इस मामले में सरकार पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है। सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय होता है उसे मानना हमारा धर्म है और उसे जो भी निर्णय सुप्रीम कोर्ट करेगा वह पालन किया जाएगा।

-शाम लगभग छह बजे केजीएमयू के ट्रामा सेंटर से उन्नाव रेप पीड़िता का मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया। इसमें बताया गया कि बरेली एक्सीडेंट केस में उन्नाव के दो मरीजों में से पुरुष मरीज जो पीड़िता के वकील हैं वेंटिलेटर से बार-बार हटा कर उनकी हालत का जायजाय लिया जा रहा है।  महिला मरीज को अभी वेंटिलेटर पर ही रखा गया है। उन्नाव रेप पीड़िता की हालत गंभीर लेकिन स्थिर बनी हुई है। दोनों मरीजों का इलाज एक्सपर्ट चिकित्सकों की टीम कर रही है।