मनोज वर्मा, कैथल :
लघु सचिवालय में आईसीडीएस सुपरवाइजर एसोसिएशन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के दसवें दिन की अध्यक्षता जिला कैशियर मीनू और महेंद्रगढ़ से कांता ने संयुक्त रूप से व मंच संचालन जिला सचिव सुमन ने किया।
धरने को संबोधित करते हुए कांता और मीनू ने कहा कि चाहे बड़ा हो या छोटा आत्मसम्मान सबका है एवं आत्मसम्मान के साथ कोई समझौता हमें मंजूर नहीं है। सुपरवाइजर के साथ हुई घटना बेहद निंदनीय है और प्रत्येक सुपरवाइजर के सम्मान पर गहरी ठेस है। सुपरवाइजर को न्याय दिलवाने में पूरे हरियाणा की सुपरवाइजर एकजुट हैं और न्याय की लड़ाई लडने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कल निदेशक महोदय द्वारा आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं सुपरवाइजर के डेलिगेशन को बातचीत के लिए बुलाया गया था। परंतु वहां संयुक्त निदेशक राजबाला कटारिया का रवैया आरोपियों के पक्ष में था और उन्होंने पीड़ित सुपरवाइजर पर बार-बार समझौते के लिए दबाव बनाया। उनकी शह पर ही बाद में निदेशक महोदया के साथ हुई मीटिंग में भी आरोपियों के हौसले बुलंद थे। हालांकि निदेशक महोदय द्वारा जांच का आश्वासन दिया गया। इससे स्पष्ट है कि प्रशासन का रवैया एक महिला कर्मचारी को न्याय दिलवाने में कितना ढुलमुल है। महिला एवं बाल विकास विभाग का उद्देश्य ही महिला एवं बच्चों का संरक्षण एवं उनका विकास है। पीड़ित कर्मचारी लगातार 13 दिनों से न्याय की गुहार लगा रही है, परंतु इतने दिनों में सिर्फ आश्वासन ही मिला है। इससे सभी सुपरवाइजर के मन में प्रशासन और विभाग के प्रति रोष है। उनमें अविश्वास उत्पन्न हो गया है। जब एक महिला कर्मचारी के साथ न्याय में इतनी देरी है, तो आम नागरिक किस प्रकार से अन्याय के खिलाफ लड़ेगा ।
सीटू के जिला कैशियर जयप्रकाश शास्त्री व सर्व कर्मचारी संघ के जिला सहसचिव ओमपाल भाल ने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ सुपरवाइजरों की न्याय की लड़ाई में निरंतर उनके साथ है और हम किसी भी दबाव में नहीं आएंगे। क्योंकि अधिकारों की लड़ाई लडने का अधिकार हमारे संविधान में हैं और ये अधिकार हमारे पूर्वजों ने लड़ कर लिए हैं। इस मौके पर महेंद्रगढ़ से अनिता, दर्शना सुमन, नीतू, सुनीता,राजबाला और कैथल की सभी सुपरवाइजर उपस्थित रही।
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