डॉ.एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में ग्रीष्म शिविर का समापन

0
312
डॉ.एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में ग्रीष्म शिविर का समापन
डॉ.एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में ग्रीष्म शिविर का समापन

आज समाज डिजिटल, पानीपत:

पानीपत। डॉ.एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में शुक्रवार को ग्रीष्म शिविर का समापन धूम धाम से किया गया। समापन दिवस समारोह पर नन्हे-मुन्नों द्वारा सीखें गए कार्यों और विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों को प्रदर्शनी द्वारा दिखा कर विद्यालय के वातावरण को खुशनुमा बना दिया। इस समारोह के मुख्य अतिथि रोशन लाल सैनी रहे। इस समारोह में विद्यालय के प्राचार्य मधुप पराशर, शैक्षिक सलाहकार  मंजू सेतिया, मीरा मारवाह, आशिमा बेदी, अध्यापक गण व ग्रीष्म शिविर के सभी विद्यार्थी उपस्थित थे। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि व अन्य सभी अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट करके उनका हार्दिक स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

ऐसे शिविरों का आयोजन करते रहना चाहिए

तत्पश्चात विद्यालय के प्राचार्य मधुप पराशर ने मुख्य अतिथि रोशन लाल सैनी का परिचय दियाा। उन्होंने विद्यालय में हुए ग्रीष्म शिविर की विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों को ज्ञानवर्धक बताते हुए नन्हे-मुन्नों के कार्यों की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे शिविरों का आयोजन करते रहना चाहिए, ताकि हम नन्हे मुन्नों की प्रतिभा को ओर अधिक निखार सकें। जीवन की स्वस्थ शैली योग से आरंभ होती है। शारीरिक विभाग के अध्यापक विशाल और निशा ने नन्हे-मुन्नों के साथ सूर्य नमस्कार की ऐसी प्रस्तुति दी विद्यार्थियों ने डंबल योग क्रिया और प्रकृति से जुड़कर योग आसन करते हुए जो ‘योग कमल’ बनाया उसे देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि कमल खिल गया हो जो सभी को मंत्रमुग्ध कर रहा था।

 

 

डॉ.एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में ग्रीष्म शिविर का समापन
डॉ.एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में ग्रीष्म शिविर का समापन

विद्यार्थियों को नैतिक मूल्य से जुड़ने के लिए प्रेरित किया

नृत्य और संगीत का भव्य और आकर्षण कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस आयोजन में विभिन्न संलयन नृत्यों का अनोखा मिश्रण था।  बॉलीवुड संलयन नृत्य, शास्त्रीय नृत्य प्रमुख था। विद्यालय के निदेशक ने अपने संदेश में विद्यालय में हुए ग्रीष्म शिविर की रचनात्मक गतिविधियों को सफल बनाने के लिए नन्हे-मुन्नों और अध्यापकों की भरपूर सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों को नैतिक मूल्य से जुड़ने के लिए प्रेरित किया ताकि वे शिक्षा, संस्कार और शुभ विचार को ग्रहण कर सकें। और अपने भविष्य को उज्जवल बना सकें।