चंडीगढ़ (आज समाज )। शिरोमणि अकाली दल की अनुशासन कमेटी ने आज पार्टी संरक्षक सुखदेव सिंह ढींडसा को निष्कासित नेताओं की अगुवाई करने सहित पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में शिरोमणि अकाली दल की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।इस संबंधी निर्णय पार्टी की तीन मैंबरीय अनुशासन कमेटी द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया, जिसकी अध्यक्षता बलविंदर सिंह •ाूंदड़ ने की तथा इसके अन्य दो सदस्य महेशइंदर सिंह ग्रेवाल एवं गुलजार सिंह रणीके •ाी शामिल थे।
ग्रेवाल ने कहा,‘‘ कमेटी का मानना है कि सुखदेव सिंह Þढींडसा अपने पद की गरिमा बरकरार नही रख रहे थे। वे न केवल अनाधिकृत बयान जारी कर रहे थे, बल्कि पार्टी के संविधान और इसकी समृद्ध और गौरवशाली परंपराओं के विरूद्ध •ाी काम कर रहे थे। उन्होने कहा कि अनुशासन कमेटी ने ढींडसा द्वारा हाल ही के दिनों में जारी किए गए वि•िान्न बयानों के साथ साथ जिस तरह से उन्होने कल पार्टी से निकाल गए आठ नेताओं की अगुवाई की, उस पर •ाी गौर किया गया। अनुशासन कमेटी के अध्यक्ष बलविंदर सिंह •ाूंदड ने कहा कि ढींडसा ने पार्टी को यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया।
उन्होने कहा कि पार्टी ने अपनी ओर से स•ाी असंतुष्ट नेताओं को पार्टी नेताओं को पार्टी की मीटिंगों में •ााग लेने और पार्टी फोरम में उनकी गलतफहमियों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया था। ऐसा करने के बजाय असंतुष्ट नेता पार्टी को कमजोर करने और वि•ााजित करने के लिए नागपुर मे ंरची गई साजिश का हिस्सा बन गए। इन नेताओं ने 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मुख्य अपराधी के बेबुनियाद आरोपों को •ाी बल दिया।
जब उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की गई तो ढींडसा ने नेताओं का बचाव करने की कोशिश की और यहां तक कि पार्टी कैडर को गुमराह करने की •ाी कोशिश की ओर यहां तक कि उन्होने उस आदेश को खारिज कर दिया। अब पार्टी ने ढ़ींडसा के खिलाफ निश्चित कार्रवाई करके रिकॉर्ड को सही साबित कर दिया।