Sufficient reserves of food, medicines and other everyday things in the country: Amit Shah: देश में अन्न, दवाई व अन्य रोजमर्रा की चीज़ों का प्रयाप्त भण्डार: अमित शाह

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xकेंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने इसके लिए प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा COVID-19 को फैलने से रोकने व इसको समाप्त करने के लिए देशभर में किये गए लॉकडाउन को 3 मई तक बढाने का निर्णय भारत और भारतवासियों के जीवन और उनकी रक्षा के लिए लिया गया निर्णय है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।“COVID-19 को फैलने से रोकने व इसको समाप्त करने के लिए भारत सरकार द्वरा लिए गए सभी निर्णयों की प्रशंसा करते हुए श्री शाह ने कहा, “आज जहाँ पूरा विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से जूझ रहा है वहीँ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की जनता ने इससे लड़ने में एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। सरकार द्वारा समय पर लिए गए सभी निर्णय और जनता की उसमें सहभागिता इसकी परिचायक हैं।“

इस महामारी से निपटने और नागरिकों की हर ज़रूरत को पूरा करने के लिए केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय को महत्वपूर्ण बताते हुए गृह मंत्री ने कहा कि “सभी प्रदेश सरकारें जिस प्रकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर कार्य कर रहीं हैं वह सचमुच प्रशंसनीय है। अब हमें इस समन्वय को और अधिक प्रगाढ़ करना है जिससे सभी नागरिक लॉकडाउन का अच्छे से पालन करें और किसी भी नागरिक को जरुरत की चीज़ों की समस्या भी ना हो।“COVID-19 से लड़ रहे प्रथम पंक्ति में खड़े स्वास्थ्य एवम्‌ सुरक्षाकर्मियों को नमन करते हुए श्री शाह ने कहा, “इस लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हमारे डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसबल व सभी सुरक्षाकर्मियों का योगदान दिल को छू लेने वाला है। इस विषम परिस्थिति में आपका यह साहस और समझदारी हर भारतवासी को प्रेरित करती है। सभी लोग दिशानिर्देशों का पालन कर इनका सहयोग करें।“ इस संकट के समय में देश के नागरिकों को आश्वस्त करते हुए और एक दूसरे की सहायता करने के लिए प्रेरित करते हुए श्री शाह ने कहा कि “देश के गृह मंत्री के नाते मैं जनता को पुनः आश्वस्त करता हूँ कि देश में अन्न, दवाई व अन्य रोजमर्रा की चीज़ों का प्रयाप्त भण्डार है, इसलिए किसी भी नागरिक को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। साथ ही संपन्न लोगों से निवेदन करता हूँ कि आप आगे आकर आसपास रहने वाले गरीबों की सहायता करें।“