Aaj Samaj (आज समाज), Sudhanshu Maharaj, करनाल, 24 जून, इशिका ठाकुर :
विश्व जागृति मिशन के संस्थापक सुधांशु महाराज शनिवार को करनाल के नमस्ते चौक के नजदीक बने पावन धाम आश्रम में पहुंचे। आश्रम में पहुंचने पर करनाल मंडल के गुरु सेवकों ने उनका हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया।
इस मौके पर सुधांशु महाराज ने कहा कि करण नगरी करनाल की प्राचीन समय से सांस्कृतिक बरवाला शहर है यहां केवल मात्र दानवीर कर्ण की ही महिमा नहीं है बल्कि इस शहर के साथ अनेक गौरवमई गाथाएं जुड़ी हुई हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोगों को अपने स्वास्थ्य धर्म और गौरव को हमेशा आगे बढ़ाना चाहिए। जिस प्रकार हरियाणा का पूरे देश में अपना एक अलग प्रभाव है और वह प्रभाव तभी आगे भी बना रहेगा जब यहां के लोगों में आपसी भाईचारा और सौहार्द की भावना होगी।
भगवान श्रीकृष्ण ने भी गुरु धारण करते हुए कहा था कि गुरु बिना गति नहीं
गुरु पूर्णिमा को लेकर अपने विचारों प्रकट करते हुए सुधांशु महाराज ने कहा कि बिना गुरु ज्ञान के मनुष्य का जीवन अधूरा होता है। गुरु के द्वारा दिए गए ध्यान से मनुष्य ऊर्जावान होता है और मनुष्य को जीवन के रूप में दिशा ज्ञान मिलते हैं जिससे व्यक्ति अपने जीवन में महान कार्य करता है। पृथ्वी पर अवतरित हुए भगवान श्री राम तथा भगवान श्रीकृष्ण ने भी गुरु धारण करते हुए कहा था कि गुरु बिना गति नहीं।
उन्होंने कई उदाहरण देते हुए बताया कि जिस प्रकार महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन ने जब युद्ध में हुए नरसंहार को देख कर युद्ध करने का इरादा छोड़ दिया तो भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को ज्ञान देते हुए उसे फिर से युद्ध लड़ने के लिए प्रेरित किया इस युद्ध के बाद अर्जुन को वीर अर्जुन के नाम से नई पहचान मिली। इसी प्रकार जब चाणक्य ने राजा अशोक को ज्ञान दिया तो राजा अशोक सम्राट अशोक के नाम से पूरे विश्व में मशहूर हुए। गुरु रामदास की प्रेरणा से शिवाजी, छत्रपति शिवाजी बन गया।
मनुष्य को यदि भगवान की प्राप्ति करनी है तो गुरु की शरण करें गृहण
सुधांशु महाराज ने कहा की जब रामकृष्ण परमहंस के समक्ष एक युवक नौकरी मांगने गया तो उन्होंने युवक को कहा कि तुम्हारा जन्म संसार का नौकर बनने के लिए नहीं बल्कि समाज का कल्याण करने के लिए हुआ है, रामकृष्ण परमहंस का शिष्य गुरु द्वारा दी गई इस प्रेरणा से युवक पूरी दुनिया में स्वामी विवेकानंद के रूप में विश्व विख्यात हुआ। इस प्रकार जब गुरु किसी साधारण व्यक्ति को प्रेरणा देते हैं तो वह एक महान व्यक्ति बन जाता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को यदि भगवान की प्राप्ति करनी है तो उसका रास्ता केबल गुरु की शरण से होकर भगवान तक पहुंचता है
उन्होंने अपने प्रेरणादायक शब्दों में युवकों प्रेरित करते हुए कहा कि युवा अब धीरे-धरे आ अपनी प्राचीन संस्कृति की तरफ आने लगे हैं लेकिन ज्यादातर युवा सोशल मीडिया पर मनोरंजन देखते रहते हैं, हालांकि सोशल मीडिया पर भी धर्म के कार्यों का प्रचार और प्रसार हो रहा है लेकिन केवल मनोरंजन युवकों को आगे तक नहीं ले जा सकता युवकों को चाहिए कि वह अपना लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपनी उर्जा का प्रयोग करें उर्जा से वह अपने जीवन में आगे बढ़ सकते हैं
करनाल पावन धाम आश्रम के गुरु सेवकों ने सुधांशु महाराज के आगमन पर बोलते हुए कहा कि उनके लिए यह बड़े हर्ष का विषय है कि सुधांशु महाराज पंचकूला जाते समय अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बाद भी करनाल आश्रम में रुके यह गुरु सेवकों के लिए बेहद खुशी का विषय है क्योंकि अगर भगवान के रास्ते की प्राप्ति करनी है तो इसके लिए केवल गुरु की शरण से होकर की गुजारना पड़ता है।
गुरु सेवक सुरेंद्र गाबा ने गुरु की महिमा पर मंत्रोच्चारण करते हुए कहा कि “गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वरा, गुरु साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः” इसी के साथ गुरु सेवक शिष्य सुरेंद्र गाबा ने भजन के माध्यम से कहा कि ” जे तु ना फंडदा साडी बाहं असां रूल जाणा सी, फेर किते ना मिलदी थाहां असां रूल जाणा सी “।
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