Aaj Samaj (आज समाज), Sucharita Mohanty, भुवनेश्वर। कांग्रेस के भीतर अंतर्कलह और टूट का सिलसिला लगातार जारी है। पंजाब से पार्टी के दो नेताओं और ओडिशा से एक महिला नेत्री ने ऐसे ही मुद्दों के चलते कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने चुनाव प्रचार के लिए पार्टी से पर्याप्त फंड न मिलने का हवाला देते हुए अपना टिकट लौटा दिया है।

  • पंजाब से पार्टी के दो नेताओं ने दिया इस्तीफ़ा

सूरत व इंदौर से भी चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं उम्मीदवार

बता दें कि इससे पहले गुजरात की सूरत और मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से भी कांग्रेस प्रत्याशी अपना नाम वापस लेकर चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके हैं। सूरत में तो बीजेपी प्रत्याशी को विजयी भी घोषित कर दिया गया है।

मैंने चुनाव लड़ने के लिए पब्लिक फंडिंग का सहारा लिया : सुचारिता

सुचारिता मोहंती ने टिकट लौटाने के बाद कहा, मैंने चुनाव लड़ने के लिए पब्लिक फंडिंग का सहारा लिया, अपने कैम्पेन में कम से कम खर्च करने का प्रयास किया, इसके बावजूद मैं आर्थिक रूप से संघर्ष करती रही और एक प्रभावशाली चुनाव प्रचार अभियान को कायम नहीं रख सकी। उन्होंने कहा, मुझे पार्टी से फंड देने से इनकार कर दिया गया। सुचारिता मोहंती ने यह भी आरोप लगाया कि विधानसभा क्षेत्रों में कमजोर उम्मीदवारों को टिकट दिया गया। बीजेपी और बीजद पैसे के पहाड़ पर बैठे हैं और यह मेरे लिए मुश्किल था।

पंजाब की 6 सीटों पर टिकट न मिलने से भारी नाराजगी

पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से 6 पर टिकट न मिलने से दावेदारों में भारी नाराजगी है। इससे अंदरूनी गुटबाजी बढ़ने के कारण ही दो सीटों पर नाराज नेताओं ने पार्टी छोड़ी है। पंजाब विधानसभा में कांग्रेस के उपनेता रहे डॉक्टर राजकुमार चब्बेवाल कांग्रेस को अलविदा कहकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसके बाद आप ने चब्बेवाल को ही होशियारपुर सीट से कांग्रेस के खिलाफ मैदान में उतार दिया है। ऐसे में अपनों के चलते ही इस बार के चुनावों में कांग्रेस का खेल बिगड़ सकता है। हालांकि, नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा अब खुद आगे आकर इन सीटों का दौरा करके डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं।

यह भी पढ़ें:

Connect With Us : Twitter Facebook