नई दिल्ली। संशोधित नागरिकता कानून को देशव्यापी विरोध अभियान चल रहे हैं। इसी क्रम कें दिल्ली में भी हिंसक प्रदर्शन और विरोध हुआ। इन सबके बीच विपक्ष भी मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया कि विभाजनकारी नीति के साथ बांटों और राज करो को अपना रहे हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि यह सरकार युवाओं की आवाज को दबाना चाहती है। इस सरकार को आवाज पसंद नहीं है। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने विपक्ष के हमलों का जवाब दिया। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए कहा कि छात्रों को मोहरा बनाया गया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष छात्रों को भड़का रहा है। विपक्ष का रवैया गैरजिम्मेदराना है और कांग्रेस, आप और टीएमसी का रवैया गलत है। संबित पात्रा ने कहा कि ये सच्चाई है कि आज सारी विपक्षी पार्टी जो कि सीएए के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है वो भी बिना तथ्य के। सभी विपक्षी पार्टी जो कि तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं वो सभी मुस्लिम वोट के टेंडर को लेने में लगे हैं।
छात्रों के कंधे पर बन्दूक रखकर जिस प्रकार से उन्हें मोहरा बनाया जा रहा है और अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने का प्रयास कुछ पॉलिटिकल पार्टियां कर रही हैं, वो कल से हम दिल्ली में देख रहे हैं और आज लखनऊ में भी हमने देखा। संबित पात्रा ने कहा कि इस कानून में किसी का भी हनन नहीं है। बल्कि ये अधिकार देने का कानून है। भाजपा की ओर से संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि शनिवार को राहुल गांधी को रीलांच करने की कोशिश की जाती है तो रविवार को कई जगहों पर हिंसा शुरू होती है। विपक्ष सीएए पर हिंदू-मुस्लिम कर विभाजनकारी नीति अपना रहा है, लोगों को गलत जानकारी दी जा रही है।