आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
स्टुअर्ट बिनी अंतरराष्ट्रीय और फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लेने जा रहे हैं। उन्होंने यह ऐलान कर दिया है। उन्होंने भारत के लिए 14 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले। बिनी सीम बोलिंग के साथ ही लोअर आर्डर में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी भी कर रहे थे। पिता रोजर बिन्नी की ही तरह स्टुअर्ट भी लोअर मिडल आर्डर में तेज बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते थे। इसके अलावा भी मीडियम पेस सीम और स्विंग गेंदबाजी भी कर सकते थे। वह सीम बोलिंग के लिए मददगार परिस्थितियों में काफी उपयोगी साबित होते थे।
बिन्नी ने एक बयान जारी कर कहा, ‘मैं आपको बताना चाहूंगा कि मैंने अंतरराष्ट्रीय और फर्स्ट-क्लास क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए अद्भुत खुशी और गर्व की बात रही है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे क्रिकेटीय जीवन में बीसीसीआई ने बहुत अहम किरदार निभाया मैं इसका आभार व्यक्त करता हूं। कुछ साल में उनका भरोसा और समर्थन काफी शानदार रहा है। अगर कर्नाटक राज्य और उनका सपॉर्ट नहीं होता तो मेरा क्रिकेटीय सफर शुरू नहीं होता। राज्य की कप्तानी करना और ट्रोफी जीतना मेरे लिए गर्व की बात है।’
बिन्नी ने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 24 विकेट लिए और 459 रन बनाए। उनके नाम भारत के लिए वनडे इंटरनैशनल क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का रेकॉर्ड है। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 4 रन देकर छह विकेट अपने नाम किए थे। बिन्नी के फर्स्ट-क्लास करियर की बात करें तो करीब दो दशक लंबे करियर में उन्होंने 95 मैच खेले। अपने फर्स्ट-क्लास करियर में उन्होंने 148 विकेट लिए और 4796 रन बनाए।
आईपीएल में उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस का प्रतिनिधित्व किया। यहां उन्होंने 95 मैचों में 880 रन बनाए और 22 विकेट लिए।
स्टुअर्ट बिनी अंतरराष्ट्रीय और फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लेने जा रहे हैं। उन्होंने यह ऐलान कर दिया है। उन्होंने भारत के लिए 14 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले। बिनी सीम बोलिंग के साथ ही लोअर आर्डर में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी भी कर रहे थे। पिता रोजर बिन्नी की ही तरह स्टुअर्ट भी लोअर मिडल आर्डर में तेज बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते थे। इसके अलावा भी मीडियम पेस सीम और स्विंग गेंदबाजी भी कर सकते थे। वह सीम बोलिंग के लिए मददगार परिस्थितियों में काफी उपयोगी साबित होते थे।
बिन्नी ने एक बयान जारी कर कहा, ‘मैं आपको बताना चाहूंगा कि मैंने अंतरराष्ट्रीय और फर्स्ट-क्लास क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए अद्भुत खुशी और गर्व की बात रही है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे क्रिकेटीय जीवन में बीसीसीआई ने बहुत अहम किरदार निभाया मैं इसका आभार व्यक्त करता हूं। कुछ साल में उनका भरोसा और समर्थन काफी शानदार रहा है। अगर कर्नाटक राज्य और उनका सपॉर्ट नहीं होता तो मेरा क्रिकेटीय सफर शुरू नहीं होता। राज्य की कप्तानी करना और ट्रोफी जीतना मेरे लिए गर्व की बात है।’
बिन्नी ने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 24 विकेट लिए और 459 रन बनाए। उनके नाम भारत के लिए वनडे इंटरनैशनल क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का रेकॉर्ड है। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 4 रन देकर छह विकेट अपने नाम किए थे। बिन्नी के फर्स्ट-क्लास करियर की बात करें तो करीब दो दशक लंबे करियर में उन्होंने 95 मैच खेले। अपने फर्स्ट-क्लास करियर में उन्होंने 148 विकेट लिए और 4796 रन बनाए।
आईपीएल में उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस का प्रतिनिधित्व किया। यहां उन्होंने 95 मैचों में 880 रन बनाए और 22 विकेट लिए।