इशिका ठाकुर,करनाल:
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को मान्यता देने के विरोध में एसजीपीसी द्वारा निकाले जा रहे रोष मार्च पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। इस पर बात करते हुए हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष जगदीश सिंह झिंडा ने बताया कि सिख शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हमारी संसद है, लेकिन अकाली दल प्रदेशाध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल इसे सीमित करने पर तुले हुए है। इस बारे में बादल के साथ बातचीत की गई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल से कहा कि जिस प्रकार से दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी है, उसी तरह हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी है, जो स्टेट बॉडी है।
9 तारीक को नड्डा साहेब शुक्रराना हॉल में अंखड पाठ
इसी तरह हिंदुस्तान में तीन बोर्ड बने है और सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हमारी संसद है। लेकिन सुखबीर बादल इसे सीमित करने पर लगे है, जो नहीं होगा। उन्होंने सुखबीर बादल से अपील कि 9 तारीक को नड्डा साहेब शुक्रराना हॉल में अंखड पाठ है, यहां पर आकर अपने छोटे भाई को आशीर्वाद दे, गले लगाओं। जिससे पूरे विश्व में संदेश जाएगा कि हिंदुस्तान के धार्मिक तौर पर एक है, राजनीति तौर पर मतभेद हो सकते है।
अकाली दल को मजबूत करने में ताकत लगाए
झिंडा ने कहा कि जितनी ताकत वे रोष मार्च, प्रदर्शनों पर लगा रहे है। उतनी ताकत अकाली दल का मजबूत करने में लगानी चाहिए। क्योंकि जिस पार्टी का पांच बार सीएम रह चुका हो ओर आज उसके मात्र 3 विधायक है, जो रिक्शा पर बैठकर विधानसभा जा सकते है। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी को मजबूत करना चाहिए न कि सिखों को गुमराह करना। गलत ब्यानों से किसी का भला नहीं होगा।
आज जिनका आप विरोध कर रहे है, उनके के साथ सत्ता सुख भोगा है और आज आप उनको ही भला बुरा कह रहे हो। उन्होंने कहा कि उनकी सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ सदस्यों से बातचीत हुई है, उनके सामने अपना पक्ष रखा है, समझाने का प्रयास किया है, लेकिन उन पर कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि अब सुखबीर बादल के पास कहने सुनने के लिए कुछ नहीं बचा है, जनता उन्हें नकार चुकी है।
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