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Strike on Khatkar Toll Ends Today : खटकड़ टोल पर 378 दिन से टोल कमेटी प्रधान सतबीर पहलवान बरसोला की अगुवाई में चला धरना मंगलवार को समाप्त हुआ। धरने के समापन पर आयोजित कार्यक्रमों में हजारों की तादाद में युवा, महिलाएं, पुरूष पहुंचे। किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी, विकास सींसर, हरियाणवी कलाकार अजय हुड्डा, पूर्व छात्र नेता कृष्ण श्योकंद सहित किसान नेता पहुंचे।
स्वागत में फूलों की बारिश और हलवा Strike on Khatkar Toll Ends Today
फूलों की बारिश से किया तो देशी घी का हलवा भी यहां आने वाले किसानों के लिए बनाया गया। आस-पास के गांवों से यहां पर बनाई जाए के लिए किसान दूध लेकर गांव से पहुंचे। धरना समापन पर आयोजित कार्यक्रम में व्यवस्था को संभालने के लिए युवाओं की टीम बना कर ड्यूटी लगाई गई।
वाहनों की पार्किंग टोल से नरवाना की तरफ पार्किंग की गई। युवाओं की ड्यूटी लगाने के बाद भी भीड़ अधिक होने पर व्यवस्था नहीं संभलती नजर आई। राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी, अजय हुड्डा सहित पंजाब, हरियाणा के किसान नेताओं के साथ युवा सेल्फी लेते नजर आए।
अजय हुड्डा के गानों पर झूमे लोग Strike on Khatkar Toll Ends Today
हरियाणवी कलाकार अजय हुड्डा के गानों पर लोग झूमे। अजय हुड्डा ने जिंदाबाद किसानी, जिंदाबाद जवानी तो किसान आंदोलन में ट्रैक्टरों पर जो गाना सबसे ज्यादा बजता हुआ दिखाई दिया मोदी जी थारी तोप कडै़ है हाम्म दिल्ली आगे गाना गाया। युवा बाइकों के काफिले के साथ, भाकियू के झंडों के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।
यहां पर किसानों के जत्थे ढोल-नगाड़ों के साथ नाचते-गाते पहुंचे तो डीजे पर भी किसानी के गाने गाते हुए युवा पहुंचे। यहां पर कार्यक्रम आयोजकों की उम्मीद से भी अधिक लोगों की भीड़ पहुंचे। किसान नेता राकेश टिकैत के मंच पर आने के बाद भी लोगों को आना जारी रहा। (Strike on Khatkar Toll Ends Today)
नरवाना से पहुंचे टिकैत Strike on Khatkar Toll Ends Today
राकेश टिकैत नरवाना से आए तो टोल के पास गाड़ी रोक कर सीधे वो मंच पर पीछे की तरफ से पहुंचे। एकाएक मंच पर राकेश टिकैत के आनेकी जानकारी मिलने पर वहां मौजूद युवा उनके साथ सेल्फी लेते नजर आए। इस मौके पर जोगेंद्र उग्राह, रामफल कंडेला, युद्धबीर सहरावत, जोगेंद्र उग्रराह, जगजीत डलेवाल, अभिमन्यु कोहाड़, रवि आजाद, सुदेश गोयत, सुशील नरवाल, जयप्रकाश, बलराम कटवाल, आजाद पालवां, सिक्किम सफा खेड़ी, पूनम कंडेला सहित अन्य किसान नेता मौजूद रहे। मंच पर किसान नेताओं को स्मृति चिन्हें देकर सम्मानित किया गया।
हकों के लिए लड़ना सीख गए ये बड़ी बात Strike on Khatkar Toll Ends Today
टोल कमेटी प्रधान सतबीर पहलवान ने कहा कि जिस दिन से दिल्ली बॉर्डर पर किसानों द्वारा धरना शुरू किया उसी दिन से यहां धरना शुरू कर दिया था। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार टोल को भी वाहनों के लिए फ्री करवाया गया। जब तक आंदोलन चला जेजेपी, बीजेपी के नेताओं का जिले में आने पर विरोध किया गया। हर गांव के लोगों द्वारा पूरा सहयोग आंदोलन के लिए दिया। हर किसी के सहयोग, समर्थन से आखिर में जीत हासिल हुई।
हकों के लिए लड़ना बिल्कुल सही Strike on Khatkar Toll Ends Today
किसान नेता विकास सींसर ने कहा कि आंदोलन की सबसे बड़ी जीत ये रही कि अपने हकों के लिए लड़ना अब हम सीख गए है। शांति, संयम से धरना चला। हक के लिए लड़ना चाहिए ओर किसान, मजदूर ने ये साबित भी किया। आंदोलन को तोड़ने की अनेकों कोशिश हुई।
कभी धर्म तो कभी जात-पात के नाम पर आंदोलन को बांटना चाहा लेकिन कोई भी कोशिश सफल नहीं हुई। पूर्व छात्र नेता कृष्ण श्योकंद, प्रवक्ता सुशील नरवाल ने कहा कि हर किसी का आंदोलन में पूरा सहयोग रहा। भाईचारे की भावना बढ़ने के साथ एक-दूसरे का सहयोग करने की भावना भी आंदोलन से पैदा हुई है।
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