Aaj Samaj (आज समाज),Strike of lawmen And Patwaris Continues,पानीपत : दी रेवेन्यू पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के आह्वान पर सारे हरियाणा के पटवारी व कानूनगो वेतन विसंगति दूर करवाने, नायब तहसीलदार की प्रमोशन के लिए कानूनगो की विभागीय परीक्षा लेने, खाली पदों पर स्थाई नियुक्ति, पुरानी पेंशन लागू करने जैसी मांगो को लेकर लगातार धरना दे रहे हैं। सरकार अपना वायदा पूरा नहीं कर रही है, उल्टे कर्मचारियों को और जनता को परेशान कर रही है। अपना ही किया वायदा मुख्यमंत्री ने आज तक भी लागू नहीं किया। वायदा को लागू करवाने के लिए ही पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे हैं। इसकी वजह से आम जनता को और सरकार को जो नुकसान हो रहा है, उसकी जिम्मेवार स्वयं सरकार है। उक्त बातें मंगलवार को धरने को संबोधित करते हुए जिला प्रधान मुकेश कुमार ने कही।
सरकार ने पटवारी व कानूनगो को धरना देने पर कर दिया मजबूर
उन्होंने बताया कि कई दिन के सांकेतिक धरना के बाद भी सरकार ने कोई रास्ता नहीं निकला। प्रांतीय कार्यकारिणी ने पुनः 10 जनवरी तक धरना की घोषणा कर दी। जान बूझ कर सरकार ने पटवारी व कानूनगो को धरना देने पर मजबूर कर दिया। सरकार जान बूझकर पटवारियों को धरना पर बैठा कर किसानों, विद्यार्थियों व आमजन को दुखी कर रही है। 1 साल बीत जाने पर भी वेतन विसंगति को दूर नहीं किया। मजबूर होकर के हरियाणा भर के पटवारी और कानूनगो को सांकेतिक धरने पर बैठना पड़ा। दिल्ली में पिछले साल मुख्यमंत्री ने पे ग्रेड बढ़ाने की बात कही थी, जो आज तक भी पूरा नहीं हुआ है।उन्होंने बताया कि पुरानी तहसील में सांकेतिक धरना 10 जनवरी तक चलेगा।
प्रमोशन बिना रिटायर होने पर मजबूर
जानकारी देते हुए जिला सचिव दिलावर सिंह ने बताया की दिल्ली के हरियाणा भवन में पिछले साल दी रेवेन्यू पटवारी कानूनगो की कार्यकारिणी के साथ मुख्यमंत्री साहब ने 32100 रुपए पे ग्रेड बनाने का वायदा किया था, जिसकी अधिसूचना जारी हो गई थी। परंतु बाद में एक पत्र जारी करके उसको तोड़ मरोड़ कर लागू कर दिया, जिससे सभी पटवारी को फायदा नहीं हुआ। आज 2013 में लगे पटवारी की भी वही वेतन है जो 2023 में लगने वाले की है। जो की बिल्कुल गलत है नाइंसाफी है। उन्होंने कहा कि नायब तहसीलदार की प्रमोशन के लिए विभाग हर छठे महीने परीक्षा लेता था, परंतु अबकी बार 3 साल से कोई परीक्षा नहीं ली गई इस कारण बहुत सारे कानूनगो नायब तहसीलदार के पद से प्रमोशन बिना रिटायर होने पर मजबूर हैं।
पटवारियों के हजारों पद खाली
हरियाणा में पटवारियों के हजारों पद खाली पड़े हैं। इस कारण एक पटवारी पर एक सर्कल से ज्यादा चार से पांच सर्कल का अतिरिक्त कार्यभार है जो कि नाइंसाफी है। हमारी मांग है कि शीघ्र खाली पदों पर पटवारी की भर्ती की जाए। मीडिया प्रभारी सुधांशु ने जानकारी देते हो कहा कि सरकार को बार-बार ज्ञापन देने के बाद भी बात नहीं सुनी। इस कारण मजबूर होकर के अब यह सांकेतिक धरना देना पड़ रहा है। अब भी सरकार जानबूझकर बात नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को कर्मचारियों की पुरानी पेंशन लागू कर देनी चाहिए, क्योंकि पुरानी पेंशन ही बुढ़ापे का सहारा है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर नायब सदर कानूनगो अशोक कुमार, विजेंद्र सिंह, भीम सिंह, इरफान अली, राजेश छोक्कर,जसबीर दहिया समेत सभी कानूनगो तथा राकेश मलिक तहसील प्रधान बापौली, तहसील प्रधान विजेंद्र कुमार मतलौडा, जोगिंदर गुलिया, शैलेंद्र आहुजा, ऑडिटर संदीप, सुरेंद्र, सुशील, दिनेश, कश्मीरी, लेखराज, अशोक शर्मा, सुरेंद्र, सुनील, अमित गहलोत, प्रवीन रावल, सुभाष, रामनिवास आदि सहित सभी पटवारी मौजूद रहे।