Stock Market Update : आने वाले हफ्ते में बाजार का प्रदर्शन किन प्रमुख कारकों पर करेगा निर्भर ? आइए जाने

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Share Price : शेयर बाजार में हुआ प्री-ओपनिंग ट्रेडिंग सेशन ,कंपनी के शेयर ने निवेशकों के बीच मचा दी हलचल
Share Price : शेयर बाजार में हुआ प्री-ओपनिंग ट्रेडिंग सेशन ,कंपनी के शेयर ने निवेशकों के बीच मचा दी हलचल

Stock Market Update : साल का आखिरी महीना आज, रविवार को शुरू हुआ, लेकिन शेयर बाजार में इसकी शुरुआत कल, सोमवार को होगी। नवंबर के आखिरी हफ्ते में 29 तारीख को भारतीय शेयर बाजार में करीब 1 फीसदी की तेजी देखने को मिली। आने वाले हफ्ते में बाजार का प्रदर्शन कई। इनमें आरबीआई की नीति बैठक, पीएमआई डेटा और कच्चे तेल की कीमतें अहम भूमिका निभाएंगी। आइए इन कारकों पर करीब से नजर डालते हैं।

रेपो रेट में कोई बदलाव की उम्मीद नहीं

आरबीआई की आगामी नीति बैठक, 2024 की आखिरी मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बैठक में विशेषज्ञों को रेपो रेट में किसी बदलाव की उम्मीद नहीं है। हालांकि सितंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था ने धीमी वृद्धि दिखाई, लेकिन अक्टूबर में मुद्रास्फीति बढ़कर 6.21% हो गई, जो आरबीआई के 4% के लक्ष्य से काफी अधिक है।

विश्लेषकों का अनुमान है कि फरवरी या अप्रैल 2025 की बैठक में ब्याज दरों में कटौती की संभावना है। इस बैठक के दौरान, RBI द्वारा अपने मुद्रास्फीति लक्ष्य और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के उपायों पर चर्चा किए जाने की उम्मीद है।

PMI डेटा पर कड़ी नज़र रखी जाएगी

वैश्विक स्तर पर, अमेरिकी आर्थिक डेटा निवेशकों के लिए केंद्र बिंदु बन जाएगा। इसमें मासिक फ़ैक्टरी ऑर्डर, वाहन बिक्री, बेरोज़गारी दर और JOLTS जॉब ओपनिंग जैसे प्रमुख मीट्रिक शामिल हैं। फ़ेडरल रिज़र्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल और अन्य अधिकारियों के भाषण भी मूल्यवान जानकारी प्रदान कर सकते हैं।

ये डेटा पॉइंट 19 दिसंबर को फ़ेडरल रिज़र्व की नीति बैठक के लिए निर्णय लेने में महत्वपूर्ण होंगे। इसके अतिरिक्त, यू.एस., यूरोप, चीन और जापान जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से नवंबर के विनिर्माण और सेवा PMI डेटा पर भी कड़ी नज़र रखी जाएगी।

तेल की कीमतें और बाज़ार के रुझान

मध्य पूर्व में तनाव कम होने की उम्मीदों के कारण पिछले सप्ताह तेल की कीमतों में गिरावट आई। ब्रेंट क्रूड वायदा 3.82% गिरकर $72.3 प्रति बैरल पर आ गया। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि यह भारतीय इक्विटी बाज़ारों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

इसके अतिरिक्त, 2025 में अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) से आपूर्ति में वृद्धि की उम्मीद तेल की कीमतों पर नीचे की ओर दबाव डाल सकती है। आने वाले सप्ताह में तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।

घरेलू आर्थिक डेटा और एफआईआई प्रवाह

भारत में प्रमुख आर्थिक डेटा पर कड़ी नज़र रखी जाएगी, जिसमें एचएसबीसी मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई (2 दिसंबर) और सेवा पीएमआई (4 दिसंबर) शामिल हैं। प्रारंभिक अनुमानों से पता चलता है कि नवंबर में मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई घटकर 57.3 हो सकता है, जबकि सेवा पीएमआई के 59.2 तक बढ़ने की उम्मीद है।

बाजार प्रतिभागी विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधि पर भी नज़र रखेंगे। पिछले सप्ताह, एफआईआई ने 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की शुद्ध बिक्री की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 6,925 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

आईपीओ चर्चा

इस सप्ताह तीन नए आईपीओ लॉन्च होने वाले हैं:

  • प्रॉपर्टी शेयर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (2 दिसंबर)
  • निसस फाइनेंस सर्विसेज (4 दिसंबर)
  • एमराल्ड टायर मैन्युफैक्चरर्स (5 दिसंबर)

इसके अलावा, राजेश पावर सर्विसेज, सी2सी एडवांस्ड सिस्टम्स और राजपुताना बायोडीजल समेत कई कंपनियों के शेयर एसएमई प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध होंगे। ये कारक दिसंबर के पहले सप्ताह में शेयर बाजार के मूड को आकार देंगे।

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