- दर्ज हुए केस में नाम हटाने और धारा बदलने का दिया था आश्वासन
- शिकायतकर्ता से लिए थे 2 लाख रूपये
प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
पुलिस थाने में दर्ज केस को ढीला करने और धारा बदलने के बदले में 2 लाख रूपये रिश्वत लेने पर भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत प्रभारी सुभाष चंद्र व जांच अधिकारी एएसआई संजीव कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। जिन्हें कार्रवाई के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।
अपने कार्यालय में बुधवार को प्रेस वार्ता करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ने पत्रकारों को बताया कि उनके पास शिकायतकर्ता आसिफ निवासी चांदपुर ने अपनी शिकायत में बताया कि उसके पिता और भाई के खिलाफ एक झूठा मुकदमा गांधीनगर पुलिस थाना में अगस्त 2022 में दर्ज हुआ था। जिसमें उनको उच्च न्यायालय चंडीगढ़ से अग्रिम जमानत मिली थी। उन्होंने इसकी निष्पक्ष जांच के लिए स्थानीय सेशन कोर्ट में अपील दायर की थी।
जिसकी जांच गांधीनगर थाना प्रभारी सुभाष, एएसआई संजीव कुमार कर रहे थे। उन्होंने शिकायतकर्ता से केस में से पिता का नाम हटाने और धारा बदलने के नाम पर 2 लाख रूपये की मांग की और आश्वासन दिया कि वे केस में से उसके पिता का नाम हटा देंगे और धारा बदलकर अपनी रिपोर्ट जिला पुलिस अधीक्षक को भेज देंगे। जिस पर शिकायतकर्ता आसिफ ने उन्हें 2 लाख रूपये दिसंबर 2022 में दे दिए थे। लेकिन 4 महीने बाद भी केस में से ना तो उसके पिता का नाम काटा गया और ना ही धारा बदली गई और ना ही पैसे वापस किए गए। जिसको लेकर उसने जिला पुलिस अधीक्षक को इसकी शिकायत रिकार्डिंग सबूत सहित दी।
जिस पर जिला पुलिस अधीक्षक ने इसकी जांच जिला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसलीन कौर व जिला पुलिस उपाधीक्षक राजीव कुमार की सौंपी। जिस आधार पर कल रात को गांधीनगर पुलिस थाना प्रभारी सुभाष चंद्र और एएसआई के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर किया गया। जिन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जिला पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ने कहा कि भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत इनकी गिरफ्तारी की गई है। किसी को भी विभाग में भ्रष्टाचार नहीं फैलाने दिया जाएगा। इस तरह की शिकायत अगर आती है तो उस पर कार्रवाई अवश्य होगी।
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