दूर दराज गांवो में पहुचकर बच्चों की ले रहे क्लास, चौपाल लगाकर बच्चो को किताबो की दे रहे जानकारी
आज समाज डिजिटल, ओसियां :
जहा एक ओर कोरोना ने बच्चो को शिक्षा से वंचित कर दिया और स्कूलों के बंद होने के बाद आनलाइन क्लासों का दौर शुरू हो गया। मगर कुछ ऐसे भी गाँव ढाणी थे जहाँ नेटवर्क नही आने से बच्चो को आनलाइन क्लास से भी वंचित रहना पड़ा। ऐसे में जोधपुर जिले के रेतीले धोरो के बीच बसे दूर दराज के गांव और ढाणियों में बच्चों के लिए एक अनूठी पहल शुरू हुई है। यहां रेगिस्तान के जहाज ऊंट गाड़ी पर मोबाइल लाइब्रेरी शुरू की गई है। जो गांव गांव ढाणी ढाणी पंहुचकर बच्चो को शिक्षा के प्रति प्रेरित करेगी। यह प्रदेश की पहली मोबाइल लाइब्रेरी है, जो ऊंट गाड़ी पर शुरू हुई। गांवो में चौपाल लगाकर इन बच्चों को किताबों के संसार के बारे में जानकारी दी जा रही है।
रूम टू रीड और जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे अंतरराष्ट्रीय रीडिंग कैंपेन 2021 के तहत इस मोबाइल लाइब्रेरी की शुरूआत की गई है। ऊंट गाड़ी पर ये लाइब्रेरी 8 सितंबर तक ओसियां उपखण्ड के गांवो में घूमेगी। इसमें करीब 1500 किताब है। जिनमें सबसे ज्यादा स्टोरी और ड्राइंग की है। शिक्षा विभाग और रूम टू रीड संस्था के सहयोग से बच्चों को घर पर ही पढ़ने और सीखने के लिए इस मोबाइल लाइब्रेरी की शुरूआत की गई है। लाइब्रेरी जहां जाती है वहां यदि टीचर नहीं है तो पैरेंट्स को बच्चों को किताब पढ़कर विषय के बारे में समझाना होता है। यदि आसपास कोई टीचर होता है तो पैरेंट्स की जगह वह बच्चों को कहानियां पढ़कर सुनाता है और मतलब समझाता है।