मनोज वर्मा, कैथल:
Statement Of Saidoor Rahman: मौलाना मोहम्मद सईदूर रहमान संचालक मदनी मदरसा कैथल ने बताया की, भारतीय संस्कृति हमेशा अनेकता में एकता का संदेश देने वाली रही है। हमारी परम्पराएं दुआओं और प्रार्थनाओं का संगम है। सदियों से भारत एक ऐसा फूलों का गुलदस्ता रहा है, जिसमें भिन्न-भिन्न रंग के फूल इसकी खूबसूरती को चार चांद लगाते आए हैं।
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हिंदुस्तान के लिए खुदा से दुआएं करें ( Statement Of Saidoor Rahman)
इस गुलदस्ते के फूल हर तीज-त्योहारों में बराबर खुश्बू बिखेरते हैं, यही विरासत हमारे पूर्वजों ने हममें हस्तांतरित की अब हमारी बारी है। मौलाना ने कहा कि, इस समय रमजान माह है। यह विचारो पर संयम रखने की ताकीद देता है। इस पाक महीने में हमें अपने अंदर के शैतान (झूठ, मक्कारी, फरेब, गीबत आदि) से जिहाद करना चाहिए।
जाति-धर्म का भेद छोडक़र मदद करना तालिम का हिस्सा ( Statement Of Saidoor Rahman)
रमजान के इस पाक महीने में हमें अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगनी चाहिए। हमें गरीबों की मदद के साथ ही उनका सहारा बनने का प्रयास करना चाहिए। रमजान के 30 रोजों को तीन भागो में बांटा जाता है। पहला अशरा 10 दिन रहमत का, दूसरा अशरा 10 दिन बरकत का, तीसरा अशरा 10 दिन मगफिरत का, जिसमें खुदा अपने बंदों के गुनाह माफ करता है। जाति-धर्म का भेद छोडक़र मदद करना तालिम का हिस्सा है।
रमजान का महीना (Statement Of Saidoor Rahman)
रमजान मन का बैर, गिले-शिकवे, लडाई-झगड़े से दूर रहकर समाज में एकता और भाईचारा कायम करने का संदेश देता है। रमजान का महीना गरीबों की मदद करने, उनके खाने-कपड़े के इंतेजाम की हिदायत देता है। देश की उन्नति, प्रगति और आपसी भाईचारे को बनाये रखने के लिए सबको मिलकर खुसूसी दुआएं करनी चाहिए।
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