State Level Teej Festival Panipat हरियाली तीज महोत्सव महिला सशक्तिकरण की बना मिसाल

0
250
State Level Teej Festival Panipat
State Level Teej Festival Panipat
Aaj Samaj (आज समाज), State Level Teej Festival Panipat, पानीपत :  हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने महिलाओं के त्योहार हरियाली तीज को महिला सशक्तिकरण को समर्पित किया है। पानीपत में आयोजित राज्य स्तरीय तीज उत्सव समारोह में मुख्यमंत्री ने शिरकत कर हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर का अवलोकन किया और महिलाओं की हौसला अफजाई की। महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित चीजों की प्रदर्शनी को देखकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल भाव-विभोर हुए और कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत व ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में हमारी महिलाओं की एक सराहनीय पहल है।
  • लोक गायकों ने बांधा समां, महोत्सव में 101 झूलों की डाली गई झूल
  • स्वयं सहायता समूह की प्रदर्शनी में महिलाओं ने दिखाया अपना हुनर
  • मुख्यमंत्री ने की सराहना

हरियाणवी खान-पान, परिधान और पहचान का साक्षी बना तीज महोत्सव

तीज महोत्सव पर आयोजित यह कार्यक्रम हरियाणवी खानपान, परिधान और पहचान का साक्षी बना है। महिलाओं के साथ साथ छोटे बच्चे भी हरियाणवी परिधान में इस कार्यक्रम में पहुंचे और कार्यक्रम का जमकर आनंद लिया। सबसे खास बात यह रही कि उत्सव में 101 झूलों की झूल डाली गई और महिलाओं के पारंपरिक रूप से कोथली तैयार की गई। मुख्यमंत्री ने अभिभावक स्वरूप महिलाओं को यह कोथलियां भेंट की। समारोह में पदमश्री सुमित्रा गुहा ने राग मल्हार की प्रस्तुति दी और सावन की ऋतु आई सखी री लोक गीत गाकर समा बांध दिया। इसके अलावा, मीनाक्षी पांचाल ने भी सावन गीत की प्रस्तुति दी।

सुहाली और पतासे जैसे पारंपरिक खानपान का आनंद लिया

पूरा पंडाल लोक गीतों के रंग में रंगा नजर आया और आम महिलाओं के साथ साथ महिला अधिकारियों ने भी हरियाणवी गीतों पर ठुमके लगाए। महिलाओं ने विशेष रूप से तैयार गुलगुले, सुहाली और पतासे जैसे पारंपरिक खानपान का आनंद लिया। तीज महोत्सव में हरियाणा के प्रत्येक जिले से महिलाओं को आमंत्रित किया गया और महिलाओं ने भी इस महोत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लिया। विभिन्न जिलों से आई महिलाएं अलग-अलग रंग की चुनरी व उस रंग का रुमाल हाथ पर बांध कर आई, जिससे पूरे उत्सव में रंगो ने अपनी छटा बिखेर दी।

सांझी डेयरी के बाद महिलाओं को साझा बाजार का दिया तोहफा

ग्रामीण आंचल में खेती बाडी के बाद पशु पालन एक ऐसा व्यवसाय है, जिसमें महिलाओं की बड़ी भूमिका होती है। एक समृद्ध किसान को सफल बनाने के पीछे महिलाओं का ही हाथ होता है। स्वयं सहायता समूह के उत्पादों के बिक्री के लिए मुख्यमंत्री ने तीज के अवसर पर साझा बाजार की अवधारणा को चरितार्थ करने की योजना को सबके सामने रखते हुए महिला सशक्तिकरण की एक और मिसाल को मूर्तरूप देने का काम किया। तीज महोत्सव में हरियाणवी संस्कृति से जुड़ी विभिन्न ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहरों को भी प्रदर्शित किया गया। मुख्यमंत्री व महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने इसका अवलोकन किया और रघुवेंद्र मलिक ने मुख्यमंत्री को प्रदर्शनी में रखी प्राचीन वस्तुओं के बारे में जानकारी दी।

आई तीज-बिखेरगी बीज

सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश खुल्लर ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल का स्वागत करते हुए उपस्थित मातृ शक्ति से आई तीज-बिखेरगी बीज की कहावत पर संवाद करते हुए कहा कि यह त्यौहार ऐसा है जो सभी त्यौहारों की जननी कहा जाता है। उन्होंने तीज से लेकर होली तक के बीच के सभी त्यौहारों को गिनवाते हुए उपस्थित महिलाओं से कहा कि हजारों साल की गुलामी ने हमारी संस्कृति को भी इतनी भारी पीड़ा दी है कि हम अपने त्यौहारों को भूल गए हैं। इन्हें संजोने के लिए प्रदेश सरकार ने पहल की है जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहरलाल का धन्यवाद भी किया।