राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने स्थानीय पाड़ला स्थित अशोक ले लैंड ड्राईविंग प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षित 14 बेटियों को प्रमाण पत्र देकर किया प्रोत्साहित
मनोज वर्मा,कैथल:
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश में महिला एवं बेटियों को सशक्त बनाने के लिए उन्हें स्वरोजगार दे कर सशक्त बना रहे हैं। सरकार का मुख्य उदेश्य बेटियों को उनकी रूचि अनुसार विषयों में प्रशिक्षण देकर उनके सामाजिक और आर्थिक स्तर को बेहतर बनाना है। इस दिशा में सरकार के प्रयास सार्थक सिद्घ हो रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा सोमवार को अशोक ले लैंड ड्राईविंग प्रशिक्षण केंद्र में चालक व आत्म रक्षा प्रशिक्षण के दृष्टिगत 14 लड़कियों व महिलाओं को प्रमाण-पत्र वितरित करने के दौरान बोल रही थी। इस मौके पर उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। राज्यमंत्री ने कहा कि चालक व आत्म रक्षा प्रशिक्षण हरियाणा सरकार द्वारा महिला विकास निगम के माध्यम से दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व की सरकार ने आठ साल में महिला सशक्तिकरण की प्रेरक और अनुकरणीय मिसाल पेश की है। आज आजादी के अमृत महोत्सव में एक नए भारत का संकल्प हमारे सामने है। देश सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मंत्र पर काम कर रहा है।
आज महिलाएं अपनी पूरी क्षमता के साथ आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ जुड़ रही हैं
उन्होंने कहा कि पहले नौकरी हो या व्यापार, यही समझा जाता था कि पुरुषों के काम की बात हो रही है, लेकिन बदले हुए परिवेश में महिलाएं हर क्षेत्र में पुरूषों के साथ बराबरी का योगदान दे रही हैं। महिलाएं परिवार के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका अदा कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि हमारा देश आत्मनिर्भर भारत बने। महिला सशक्तिकरण की उनकी सोच का नतीजा है कि आज महिलाएं अपनी पूरी क्षमता के साथ आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ जुड़ रही हैं। बीते आठ साल के दौरान महिलाओं की सामाजिक ही नहीं आर्थिक स्थितियां भी बदली हैं। उनके सामाजिक उत्थान, स्वास्थ्य, सुरक्षा के साथ-साथ स्वरोजगार को संरक्षण दिया गया है।
राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में आज 70 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं। करोड़ों महिलाओं ने इस योजना की मदद से अपना काम शुरू किया है और दूसरों को भी रोजगार दे रही हैं। आज बेटियां खेल, शिक्षा क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं और अपने परिवार, प्रदेश, देश का नाम रोशन कर रही हैं। जब भी अवसर मिला है, भारत की नारी शक्ति ने अपने सामर्थ्य को साबित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि एक महिला सबसे अच्छी अध्यापक और प्रशिक्षक भी होती है। एक समय था जब देश में महिला सशक्तिकरण को सीमित दायरे में देखा जाता था। गांव की गरीब परिवारों की महिलाएं इससे दूर थीं। प्रदेश सरकार किसी भी प्रकार के भेदभाव को खत्म करने के लिए शुरू से ही काम कर रही है। सरकार के प्रयास फलीभूत हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में प्रदेश में लाखों महिलाएं लाभ उठा चुकी हैं
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण का चेहरा वो 9 करोड़ गरीब महिलाएं भी हैं, जिन्हें पहली बार गैस कनैक्शन मिला है, धुएं से आजादी मिली है। आज महिला सशक्तिकरण का चेहरा वो करोड़ों माताएं-बहनें भी हैं जिन्हें उनके घर में शौचालय मिला है। आज महिला सशक्तिकरण का चेहरा वो माताएं भी हैं, जिन्हें अपने सर पर पहली बार पक्की छत मिली है। गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं का स्वास्थ्य अच्छा हो, इसके लिए प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में प्रदेश में लाखों महिलाएं लाभ उठा चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि आज देश की नारी का आत्मविश्वास बढ़ा है। वो अब खुद अपने भविष्य का निर्धारण कर रही हैं, देश के भविष्य को दिशा दे रही हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के आठ साल में प्रति हजार लडकों पर 916 बेटियां जन्म ले रही हैं। महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी जाए, तो पूरा दिन लग सकता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले बजट के दौरान हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत अपना काम शुरू करने के लिए 609 महिलाओं को लोन दिलवाने की प्रक्रिया चल रही है।
हरियाणा महिला विकास निगम की चेयरपर्सन एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बबीता फौगाट ने कहा कि बदलते परिवेश में देश की बेटियों ने न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश को नई पहचान दी है। खेल सहित अन्य क्षेत्रों में बेटियां उपलब्धियों के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति का अहसास दिला रही है। हमें बेटियों को उनकी रूचि अनुसार आगे बढऩे में पूरी मदद करनी चाहिए। अपने पैरों पर खड़ा होना एक बहुत बड़ी बात है, लेकिन किसी दूसरों को उसके पैरों पर खड़े होने में मदद करना उससे भी बड़ी बात है। एक महिला के आगे बढऩे से दो परिवार आगे बढ़ते हैं, इसलिए अभिभावकों को चाहिए कि वे बेटियों को उनकी रूचि अनुसार आगे बढ़ाने में मदद करें। उन्होंने इस मौके प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रशिक्षित की गई बेटियों की ड्राईविंग भी देखी। संस्थान के प्रभारी अश्वनी कुमार ने अपनी टीम सहित मंत्री कमलेश ढांडा, चेयरपर्सन बबीता फोगाट को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
ये रहे उपस्थित
इस मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक मोनिका मलिक,ज्वाईंट डायरेक्टर राजबाला कटारिया, एसडीएम संजय कुमार, डीआईपीआरओ धर्मवीर सिंह, संस्थान के जनरल मैनेजर अश्वनी कुमार, एडीओ विनोद कुमार के अलावा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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