Haryana News: आंधी व बूंदाबांदी से खेतों में खड़ी धान की फसल बिछी

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आंधी व बूंदाबांदी से खेतों में खड़ी धान की फसल बिछी
Haryana News: आंधी व बूंदाबांदी से खेतों में खड़ी धान की फसल बिछी

किसानों ने उत्पादन घटने की जताई चिंता
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: रविवार अलसुबह अचानक से मौसम में बदलाव हुआ। आंधी के साथ हुई बूंदाबांदी से खोतों में खड़ी धान की फसल बिछ गई। सबसे अधिक नुकसान बासमती धान को हुआ है। मौसम में हुए इस बदलाव ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खीच दी है। क्योंकि एक तरफ तो पीआर धान की खरीद न होने से मंडियों में धान के ढेर लगे हुए है। दूसरा जो धान की फसल खेत में खड़ी है वह आंधी व बारिश के कारण गिर गई है। किसानों का कहना है कि उन पर दोहरी मार पड़र रही है। खेत में भी उनका ही नुकसान हो रहा है और मंडियों में भी उनका। लेकिन किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगती।

रविवार अलसुबह जींद, कुरुक्षेत्र, कैथल व अंबाला के कुछ इलाकों में आंधी के साथ बूंदाबांदी हुई। धान की फसल के गिरने से किसानों ने उत्पादन के घटने की आशंका जाहिर की है। फसल गिरने से बालियों में चावल अच्छे से नहीं पक पाया है। जींद के पिल्लूखेड़ा क्षेत्र में ज्यादा नुकसान हुआ। जिससे किसान चिंतित हैं। फिलहाल पीआर धान और बासमती 1509 धान की कटाई चल रही है। वहीं बासमती 1121 और 1718 की कटाई 10 अक्टूबर के बाद शुरू होगी।

मंडियों में लगे पीआर धान के ढेर

मंडियों में पीआर धान की आवक में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन मिलर्स की हड़ताल के चलते खरीद में दिक्कत आ रही है। गुरुवार और शुक्रवार लगातार दो दिन मंडियों में पीआर धान की खरीद नहीं हुई। मार्केट कमेटी और खरीद एजेंसियों के अधिकारी चुनावी ड्यूटी में व्यस्त थे। जिसके कारण भी खरीद नहीं हो पाई। रविवार को अवकाश के चलते खरीद बंद रहेगी। सोमवार को खरीद का दिन है। लेकिन सुचारु रूप से खरीद तभी चालू होगी, जब मिलर्स की हड़ताल खत्म होगी और मिल अलॉट होंगे।

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