Hisar News (आज समाज) हिसार: हरियाणा के हिसार में भाजपा ने बुधवार को चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। सूची जारी करते ही भाजपा हिसार में भगदड़ मच गई है। सबसे ज्यादा हिसार, बरवाला और उकलाना में विरोध हो रहा है। हिसार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता को टिकट दिए जाने के विरोध में पूर्व मेयर गौतम सरदाना ने अपनी फेसबुक पर पोस्टर बदल दिया है और समर्थकों की बैठक बुला ली है। गौतम सरदाना ने कहा कि भाजपा ने जन भावनाओं के अनुरूप टिकट दी है। ऐसे व्यक्ति को हिसार से टिकट दिया गया है जिसने जनता का कोई काम नहीं किया। कोई फरियाद लेकर जाता उसकी सुनी नहीं ऐसे व्यक्ति को कौन वोट देगा। यह पार्टी का बहुत की गलत फैसला है। मैं इसका विरोध करता हूं। गौतम ने कहा कि मैंने समर्थकों की बैठक बुला ली है। समर्थकों से राय लेने के बाद किसी फैसले पर आएंगे मगर डॉ. कमल गुप्ता का साथ नही देंगे।
अनूप धानक के टिकट से मचा घमासान
वहीं, उकलाना में भाजपा ने जजपा छोड़कर आए दो बार के पूर्व विधायक अनूप धानक को टिकट दी है। इससे इखढ मेंगावत हो गई है। उकलाना से चुनाव लड़ चुकी और भाजपा की पदाधिकारी सीमा गैबीपुर ने पार्टी छोड़ दी है। इसके अलावा पार्टी नेता शमशेर गिल ने भी इस्तीफा दे दिया है। यहां पूरी भाजपा ईकाई ही अनूप को टिकट देने से नाराज है।
तरुण जैन बोले-मैं पार्टी पद से इस्तीफा दे रहा हूं
वहीं, तरुण जैन ने हिसार से मंत्री कमल गुप्ता को टिकट दिए जाने के विरोध में पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया है। तरुण जैन का कहना है कि वह पार्टी में अब नहीं है और स्वतंत्र रूप से फैसला करेंगे आगे क्या करना है। समर्थकों की मीटिंग में जो फैसला होगा उसको माना जाएगा। बता दें कि तरुण जैन इससे पहले जजपा में थी मगर जजपा छोड़कर भाजपा में आए थे। अब भाजपा छोड़ने का मन बना चुके हैं।
महंत दर्शन गिरी निर्दलीय लड़ेंगे
बरवाला में बाहरी प्रत्याशी रणबीर गंगवा का विरोध बढ़ता जा रहा है। स्थानीय भाजपा नेता डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का खुलकर विरोध कर रहे हैं। बरवाला में ही जिला पार्षद महंत दर्शन गिरी ने गंगवा की बरवाला से चुनाव लड़ने की खबरों के बीच ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। दर्शन गिरी अब बरवाला से भाजपा प्रत्याशी रणबीर गंगवा के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। दर्शन गिरी और रणबीर गंगवा दोनों ही प्रजापति समाज से आते हैं। ऐसे में अगर महंत निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं और स्थानीय भाजपा नेताओं को समर्थन उनको मिलता है तो रणबीर गंगवा को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।