- दूसरे चरण की परीक्षा के लिए श्रीकृष्णा स्कूल सीहमा के विद्यार्थी चयनित
- हमें अपने ज्ञान रूपी सूर्य को कभी अस्त नहीं होने देना चाहिए – बीरसिंह यादव
Aaj Samaj (आज समाज),Sri Krishna School Sihama, नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ः
श्रीकृष्णा स्कूल सीहमा के विद्यार्थियों ने मैट्रिक्स ऑलम्पियाड़ में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर स्कूल एवं क्षेत्र का नाम गोर्वांवित किया है। इस बारें में जानकारी प्राचार्य अजीत सिंह ने बताया कि बीते 8 अक्टूबर को मैट्रिक्स ऑलम्पियाड की परीक्षा सीकर राजस्थान में आयोजित की गई। जिसमें विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया था। जिसमें श्रीकृष्णा स्कूल सीहमा के कक्षा पांचवी से मयंक, हैनी, कक्षा छठी से कुनाल, साहिल, महिमा, कार्तिक, आयुष, दीक्षा, अवानी, उमंग व मयंक, कक्षा बारहवीं से रौनक, ट्विंकल, प्रिसीं, शुभम, खुशबू, प्रीति, कृष, प्रांजल व संदीप ने मैट्रिक्स ओलम्पियाड की प्रथम चरण की परीक्षा उत्तीर्ण की है। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में उत्तीर्ण विद्यार्थी आगामी होने वाली चरण की परीक्षा में भाग लेंगे।
इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन डॉ. बीरसिंह यादव ने परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को बधाई देते हुए आगामी चरण की परीक्षा के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मैट्रिक्स ओलम्पियाड एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धी परीक्षा है, जो विद्यार्थियों को उनकी क्षमताओं का मूल्यांकन करने और उनके भविष्य के लिए तैयारी करने का मौका देती है। यह परीक्षा विभिन्न विषयों में आयोजित होती है और विद्यार्थियों को उनके चयनित विषय में अच्छे प्रदर्शन करने का मौका देती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा जगत में श्रीकृष्णा ग्रुप एक नई पहचान कायम करता जा रहा है। विद्यार्थियों ने इस सम्मानित परीक्षा में सफल होकर सफलता को भी एक नया आयाम दिया है। अपने ज्ञान को अस्त्र बनाकर जीवन रूपी लक्ष्य को सशक्त रूप से हासिल करना चाहिए। ज्ञान अभिमान का अंत करता है तथा स्वाभिमान की प्रेरणा देता है। हमें अपने ज्ञान रूपी सूर्य को कभी अस्त नहीं होने देना चाहिए।
इस मौके पर स्कूल प्राचार्य अजीत सिंह ने विद्यार्थियों को शुभाशीष देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि मैट्रिक्स ओलंपियाड उन छात्रों के लिए एक बहुत लोकप्रिय ओलंपियाड है जो सभी विषयों की योग्यता और ज्ञान का समग्र मूल्यांकन करना चाहते हैं। यह छात्रों को भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान और मानसिक क्षमता में उनके ज्ञान और योग्यता का परीक्षण करता है। उन्होंने कहा कि ज्ञान ही विद्यार्थियों को आत्मवान तथा सर्वशक्तिमान की श्रेणी में लाकर खड़ा कर देता है। विद्यार्थियों का शिक्षित होना सफल जीवन के लिए बहुत आवश्यक है। क्योंकि शिक्षा के माध्यम से हम शिक्षित राष्ट्र का निमार्ण कर सकते है। उन्होंने कहा कि सतत प्रयास तथा उत्कृष्ट परिश्रम से ही शिक्षा जगत को एक नई दिशा दी जा सकती है। सर्वश्रेष्ठ ही सफल जीवन को सर्वोपरि बनाती है। उन्होंने कहा कि ज्ञान ही विद्यार्थियों को आत्मवान तथा सर्वशक्तिमान की श्रेणी में लाकर खड़ा कर देता है।
यह भी पढ़ें : Swachh Bharat Mission ग्रामीण स्कीम के तहत ग्राम पंचायतों में डोर-टू-डोर कलैकशन करवाएं शत-प्रतिशत :- सीईओ अश्वनी मलिक
यह भी पढ़ें : Drug Free Haryana अभियान तहत पुलिस का जागरूकता अभियान लगातार जारी,
Connect With Us: Twitter Facebook