नई दिल्ली। खेल मंत्री किरन रिजिजू ने गुरुवार को कहा कि खेल देश की नई शिक्षा नीति में पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे और इसे पाठ्येतर गतिविधि नहीं माना जाएगा। यह घोषणा उन्होंने 21वीं शताब्दी में ओलिंपिक और ओलिंपिक शिक्षा पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के उद्घाटन सत्र के दौरान किया। उन्होंने कहा कि देश की नई शिक्षा नीति में खेल भी शिक्षा का हिस्सा होंगे। उन्होंने कहा कि पढ़ाई एक है और खेल भी एक ही है। दोनों समान हैं। स्पोर्ट्स को आॅप्शनल विषय के रूप में नहीं देखा जा सकता। इसे एजुकेशन का हिस्सा मानना होगा और स्वीकार करना होगा। इसी मौके पर खेल मंत्री ने एक और बड़ा ऐलान किया, जिसमें उन्होंने कहा कि देश में ओलिंपिक म्यूजियम का निर्माण कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि खेल भी एक शिक्षा है, इसलिए खेल अतिरिक्त गतिविधि में शामिल नहीं हो सकते। इसलिए खेल को अतिरिक्त विषय के रूप में नहीं देखा जा सकता। खेल को शिक्षा के हिस्से के तौर पर सभी को स्वीकार करना होगा।