दिल्ली के नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष व गृह मंत्री के साथ लगातार कर रहे बैठकें
Delhi News (आज समाज), नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली बंपर जीत और दिल्ली की सत्ता में ढ़ाई दशक बाद वापसी के बाद भारतीय जनता पार्टी अभी तक दिल्ली में अपने सीएम के नाम की घोषणा नहीं कर पा रही है। दिल्ली नेताओं की पार्टी के आला नेताओं के साथ बैठकें लगातार जारी हैं। लेकिन सीएम के नाम को लेकर कोई भी नेता कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली सीएम पद के लिए योग्य नेता के नाम पर मुहर और शपथ ग्रहण समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश से आने के बाद तय हो सकता है।
सीएम पद के दावेदारों पर चर्चा जारी
सूत्रों की माने तो शनिवार को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से ही मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को लेकर चर्चा चल रही है। नई दिल्ली से आप संयोजक व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं। चुनाव परिणाम आने के कुछ देर बाद अमित शाह से मिले थे। रविवार को उन्होंने एवं नवनिर्वाचित विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।
रविवार देर शाम राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने दिल्ली के नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक की थी। बताया गया कि सोमवार को विधायकों से मिलने की जगह टेलीफोन के माध्यम से वरिष्ठ नेताओं ने उनसे बात की। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों से भी इस बारे में राय ली जा रही है। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सभी सांसदों व नवनिर्वाचित विधायकों के साथ उपराज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा है। उन्होंने रविवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखा है, लेकिन सोमवार को भी मुलाकात नहीं हुई है। बताते हैं कि अगले एक-दो दिनों में मुलाकात हो सकती है।
इसलिए अहम है दिल्ली
दिल्ली देश की राजधानी होने के साथ ही राजनीति का केंद्र भी है। केंद्र में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी भाजपा पिछले दो विधानसभा चुनाव हार गई थी। इस बार भाजपा ने प्रचंड जीत हासिल की है वो भी बिना सीएम चेहरे को सामने रखते हुए। इससे तय है कि भाजपा दिल्ली में सीएम सोच समझकर बनाना चाहती है। भाजपा चाहती है कि वह दिल्ली में लंबे समय तक सत्ता में बनी रहे।