अपनी मनोकामनाएं पूरी करने और भगवान भोले बाबा की मेहरबानी के लिए बड़ी संख्या में भक्त सोमवार का व्रत रखते हैं. कुछ भक्त तो पूरे महीने व्रत रखकर बाबा की भक्ति में लीन रहते हैं. सावन महीने में महिलाएं बढ़चढ़कर हिस्सा लेती हैं, जो भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए सुबह-सुबह जल चढ़ाती है.
यह महीना कुंवारी लड़कियों के लिए किसी वरदान की तरह माना जाता है. कहते हैं कि सोमवार में व्रत के दिन अगर कुंवारी लड़की सभी उपायों का पालन कर ले तो उसकी हरेक मनोकामना पूरी हो जाती है. अगर कुंवारी लड़कियां सोमवार का व्रत रखकर मनचाहा वर चाहती हैं तो कुछ उपायों को जानना होगा.
सावन में ना करें ये गलतियां
अगर आप सावन के महीने में भोलेनाथ को खुश करने के लिए सोमवार का व्रत रखते हैं, आपको कुछ बातों को ध्यान में रखने की जरुरत होती है. ऐसी मान्यता है कि व्रत रखने के दौरान आपको फलाहार में नमक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यदि आपकी तबियत खराब रहती है या फिर आपकी दवाईयां चल रही हैं, तो आप सेंधा नमक खा सकते हैं.
सावन के महीने में भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए शिवजी का कच्चे दूध से अभिषेक भक्त करते हैं, यहीं वजह है कि सावन के महीने में सोमवार रखने वाले को दूध का सेवन भी भूलकर नहीं करना चाहिए.
शिव पूजा में तुलसी के पत्ते, सिंदूर, हल्दी, शंख, नारियल इत्यादि वस्तुओं का भूलकर भी इस्तेमाल ना करें.
सावन सोमवार की पूजा के दौरान गलती से भी शिवलिंग या महादेव की मूर्ति की पूरी परिक्रमा ना करें. हिन्दू धर्म के मुताबिक, भगवान शिव की सिर्फ आधी परिक्रमा की जाती है.
शिवलिंग पर दूध को कभी भी तांबे के बर्तन से नहीं चढ़ाना चाहिए. दूध को चढ़ाने के लिए हमेशा ही पीतल के बर्तन का इस्तेमाल करना चाहिए.
ऐसा कहा जाता है कि सावन सोमवार की पूजा और व्रत में तामसिक वस्तुओं का गलती से भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। सावन में लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा इत्यादि आदि से बनी खाद्य पदार्थों का उपयोग न करें.