उदित राज उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी के सांसद हुआ करते थे, लेकिन लगता है इस बार पार्टी उनसे खुश नहीं है। पार्टी की नाराजगी का अहसास खुद उन्हें भी है। ना पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से उनका संपर्क हो पा रहा है, ना प्रधानमंत्री सुन रहे हैं। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी उन्हें आश्वासन जरूर देते रहे लेकिन निर्मला सीतारमण या अरुण जेटली की ओर से उनके टिकट पर मुहर नहीं लगी. अब जब पार्टी दिल्ली की सात में से चार सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर चुकी है तब शायद उदित राज का दिल घबराने लगा है। ये घबराहट थी या बीजेपी नेतृत्व पर दबाव बनाने की रणनीति कि उदित राज ने ट्विटर पर ताबड़तोड़ ट्वीट डालकर अंदर की सारी बात बाहर कर दी। उदित राज का ट्वीट इधर आया और उधर से फॉलोअर्स ने खट्ठे-मीठे कमेंट्स की बौछार कर दी। और तो और उदित राज ने ट्विटर अपने नाम के साथ चौकीदार लगा रखा है। इसी को निशाना बनाकर एक शख्स ने ताना मारा- चौकीदार नाम हटेगा हैंडल से मतलब!उदित राज ने अपने ट्वीट में बीजेपी नेतृत्व को याद दिलाया है कि वो अपनी पार्टी का विलय करके आए थे, ऐसे में उनके करोड़ों समर्थक टिकट की घोषणा को लेकर बेचैन हैं। उदित राज ने उम्मीद जताई कि पार्टी उनके समर्थकों को निराश नहीं करेगी। जाहिर है बात अब तक अंदर थी लेकिन खुद उदित राज ने खोल दी है।