नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों में खलबली मची हुई है। नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शनिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक प्रतिनिधिमंडल को जानकारी दी कि राज्य में संवैधानिक प्रावधानों में किसी भी बदलाव की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती विशुद्ध रूप से सुरक्षा कारणों से किया जा रहा है। राजभवन की ओर से यहां जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्यपाल ने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल को बताया कि सुरक्षा स्थिति इस तरह से पैदा हुई है जिस पर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता थी।
राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल को बताया, ”अमरनाथ यात्रा पर आतंकवादी हमलों के संबंध में सुरक्षा एजेंसियों को विश्वसनीय जानकारी मिली थी। नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी बढ़ा दी गई जिसका सेना ने प्रभावी ढंग से जवाब दिया गया। उन्होंने कहा कि सेना के कोर कमांडर और राज्य पुलिस द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन की गई थी जिसमें उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के नापाक मंसूबे को कैसे नाकाम किया गया और साथ ही उन्होंने बरामद किए गए हथियार एवं गोला-बारूद भी दिखाए। मलिक ने कहा कि सैन्य तैनाती को किसी अन्य मुद्दों से देखकर राज्य में भय का वातावारण नहीं फैलाया जाना चाहिए।