नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव ने आज सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे शाहीन बाग के लोगों और जूएनयू के छात्रों को आंदोलन खत्म करने को कहा। उन्होंने कहा कि छात्रों का काम प्रतिभा निखारना है। हिंसा, अराजकता और आंदोलन करना छात्रों का काम नहीं बल्कि उनका काम तो चरित्र निर्माण करना और प्रतिभा को निखारना है। शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में बाबा रामदेव ने कहा कि आन्दोलन करना राजनीतिक दलों का काम है छात्रों का नहीं। छात्रों को देश के विकास में अपनी ऊर्जा लगानी चाहिए। योग गुरु ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और शहीद भगत सिंह की ‘आजादी’ के नारे तो ठीक हैं लेकिन जिन्ना की ‘आजादी’ के नारे देश के साथ धोखा एवं गद्दारी के समान है। यहां बाबा रामदेव ने सीएए के लिए कहा कि पीएम और गृहमंत्री अमित शाह ने सभी का स्पष्ट किया है कि यह नागरिकता छीनने का कानून नहीं है बल्कि पड़ोसी देशों से धार्मिक आधार पर प्रताड़ति होकर देश में आए अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का कानून है। लेकिन बावजूद इसके कुछ लोग भय का वातावरण बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश मुसलमानों का भी उतना ही हक है जितना अन्य लोगों का। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल और मजहबी लोग देश का माहौल खराब कर रहे हैं जिससे भारत की दुनिया में बदनामी हो रही है। वह देशभक्त मुसलमानों का सम्मान करते हैं लेकिन कुछ मुसलमान प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की कब्र खोदने की बात कर रहे हैं। यह मुस्लिम समाज की विचारधारा नहीं है बल्कि कुछ सिरफिरे लोग ऐसा कर रहे हैं । इस्लाम के बड़े नेताओं को इसका विरोध करना चाहिए।