आज समाज डिजिटल, चरखी दादरी:
Society will remain indebted for the sacrifice of martyrs: शहीदी दिवस पर स्थानीय रोज गार्डन स्थित शहीदी स्मारक पर पुष्प अर्पित करते हुए दादरी निर्दलीय विधायक व सांगवान खाप 40 के प्रधान सोमवीर सांगवान ने कहा कि देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वालो में भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरू प्रथम पंक्ति में शामिल रहे। यौवन की दहलीज पर भगत सिंह ने अपने विचारों से ब्रिटिश हुकूमत की नींव हिला दी थी। भारत को आजाद कराने के लिए इन वीर सपूतों ने हंसते-हंसते मौत को गले लगा लिया था। उनके बलिदान दिवस पर आज पूरा राष्ट्र उन्हें नमन कर रहा है।
उनकी शहादत को देश का हर नागरिक सच्चे दिल से सलाम कर रहा
उन्होंने बताया कि 23 मार्च 1931 को आज ही के दिन भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु, सुखदेव को फांसी दी गई थी। उनकी शहादत को देश का हर नागरिक सच्चे दिल से सलाम कर रहा है। देश की आजादी के लिए कई वीर सपूतों ने अपने प्राणों की कुर्बानी दी थी। जिसमें से भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु भी उनमें एक हैं। भारत को आजाद कराने के लिए इन वीर सपूतों ने हंसते-हंसते मौत को गले लगा लिया था। उन्होंने बताया कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना हमारे देश इतिहास की बड़ी एवं महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है।
जब भी देश पर कोई आफत आई, तो हमारे जवानों ने डटकर मुकाबला किया
उन्होंने बताया कि जब भी देश पर कोई आफत आई, तो हमारे जवानों ने डटकर मुकाबला किया। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में आजादी के बलिदानियों और आजादी की रक्षा के दौरान हुए शहीदों की शहादत को अमर बनाने के लिए पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष मना रहा है। हमारा सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि सभी ज्ञात-अज्ञात वीर शहीदों की गौरव गाथा पब्लिक डोमेन में आए। यहीं वीरों की शहादत को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जिससे युवा पीढ़ी को नई प्रेरणा मिलेगी। आज शहीदों की वजह से देश सुरक्षित है, अगर आजादी को जिंदा रखना है तो संघर्ष के लिए हमेशा तैयार रहना होगा।
बच्चे हमारे देश का भविष्य
इस दौरान मौके पर उपस्थित स्कूली बच्चों ने भी शहीदों को पुष्पाजंलि अर्पित की। विधायक ने कहा कि ये बच्चे हमारे देश का भविष्य है, बचपन से ही इनके हृदय में देश के महान सपूतों के प्रति आदर व सम्मान की लौ जगाने का प्रयास करना चाहिए, उन्हें शहीदों के बलिदान से परिचित करवाना चाहिए, जिससे वे आगे चलकर राष्ट्र के प्रति अपने नैतिक कर्तव्य को सर्वप्रथम समझे। बच्चों ने अमर शहीद बलिदानियों के नारे लगाए। इस अवसर पर निजी सचिव रामनिवास पिचौपा, शमशेर धिकाड़ा, जिला पार्षद रामकिशन मानकावास, दलबीर सांगवान, शेखर नांधा, सुबेदार सुरेश कुमार, राजरानी, प्रिया देवी, शास्त्री राणा, राकेश चरखी, रविन्द्र सिंह, मास्टर सतेन्द्र, अशोक सहित मौजिज व्यक्ति उपस्थित थे।