Aaj Samaj, (आज समाज),Social Worker Jagjit Singh Nandal,रोहतक, 29 अप्रैल:
समाजसेवी जगजीत सिंह नांदल उर्फ जगू ने अपने निवास स्थान पर सैकड़ों की संख्या में उपस्थित गरीब लोगों को अनाज वितरित किया। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार 84 कोटि यौनियो के बाद जीवात्मा को मनुष्य जीवन मिलता है। समस्त जीवों में मानव श्रेष्ठ है। मानव एक सामाजिक प्राणी है, जो सभी के साथ मिलजुलकर समाज में रहता है और समाज की गतिविधियों, कानून कायदों में बंधकर अपने सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन करता है।
समाज सेवा एक पुण्य का कार्य है: जगजीत सिंह नांदल
समाजसेवी जगजीत सिंह नांदल कहा कि अपना पेट तो जानवर भी भरते है लेकिन सच्ची समाज सेवा वह है जो निस्वार्थ भाव से समूचे समाज के लिए की जाए। समाज सेवा एक पुण्य का कार्य है, इससे बड़ी से बड़ी सामाजिक बुराई को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपने निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर अपने समाज के पीडि़त एवं दुखी लोगों की मदद करनी चाहिए क्योंकि समाज के बिना किसी भी व्यक्ति का कोई स्वतंत्र अस्तित्व नहीं है।
समाजसेवी जगजीत सिंह नांदल हमेशा सामूहिक कल्याण के भाव से दीन दुखियों, अपंगो और अनाथों की हर सम्भव मदद करते रहते है। छोटे-छोटे प्रयासों से ही वे सामाजिक कल्याण के कार्य करते रहते है जैसे सर्दियों में गरीब लोगों को गर्म वस्त्र बांटकर, पशुओं के लिए चारे का प्रबंध करकें और बीमार व्यक्तियों को दवाईयां दिलाकर आदि। उन्होंने कहा कि यह हमारा दायित्व है कि हम समाज में व्याप्त कुरीतियों और बुराईयों को खत्म करने की दिशा में काम करें और लोगों को प्रेरित करें।
सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे
इस अवसर पर मीरसिंह, बलजीत सिंह, रजनीश, कमला देवी, साहबकोर, अंकिता, अंजू, मनीषा, अनीश, एलैक्स, तनशु आदि सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे।
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