लखनऊ। यूपी के कानपुर का पांच लाख इनामी बदमाश विकास दुबे मारा गया। मध्य प्रदेश से यूपी लाते वक्त भागने की कोशिश करने में विकास को पुलिस ने गोली मारी। प्रारंभिक जानकारी केअनुसार उसे दो गालियां लगी है। जबकि 4 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। कानपुर से आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद हत्याकांड का मास्टर माइंड विकास दुबे वहां से भाग कर छह दिन तक छुपता रहा और कल मध्य प्रदेश के महाकाल मंदिर में उसने अपनी गिरफ्तारी दी थी। आज सुबह एसटीएफ की टीम मध्य प्रदेश से उसे यूपी ल रही थी। खबरों के अनुसा एसटीएफ के काफिले की गाड़ी आज सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ। कहा जा रहा है कि जब गाड़ी का एक्सीटेंड हुआ तब विकास दुबे ने हथियार छीनकर भाग निकलने की कोशिश की।
- कानपुर-पुलिस ने आधिकारिक बयान जारी बताया कि थाना चौबेपुर पर दिनांकः 03.07.2020 को पंजीकृत मु0अ0स0 192/20 धारा 147/148/149/302/307/394/120बी भादवि0 व 7 सीएलए एक्ट जो 08 पुलिसकर्मियों के शहीद होने से सम्बन्धित है, में वांछित 5 लाख रु0 का इनामियां अभियुक्त विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे नि0 बिकरू थाना चौबेपुर कानपुर नगर को उज्जैन, मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के पश्चात पुलिस व एसटीएफ टीम द्वारा आज दिनांक 10.07.2020 को कानपुर नगर लाया जा रहा था। कानपुर नगर भौंती के पास पुलिस का उक्त वाहन दुर्घटना ग्रस्त होकर पलट गया, जिससे उसमें बैठे अभियुक्त व पुलिस जन घायल हो गये। इसी दौरान अभि0 विकास दुबे उपरोक्त ने घायल पुलिस कर्मी की पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश की। पुलिस टीम द्वारा पीछा कर उसे घेर कर आत्मसमर्पण करने हेतु कहा गया किन्तु वह नहीं माना और पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर करने लगा पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ जबाबी फायरिंग की गयी।उपरोक्त विकास दुबे घायल हो गया, जिसे तत्काल ही ईलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज का दौरान अभियुक्त विकास दुबे की मृत्यु हो गयी है। -मीडिया सेल , कानपुर नगर पुलिस-
- विकास के शव को पोस्टमॉर्टम हाउस ले जाने के लिए भारी फ़ोर्स हैलट अस्पताल पहुंची।
- प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर सरकार पर सवाल खड़े किए। कहा अपराधी का अंत हो गया लेकिन अपराध और उसे सरंक्षण देने वालों का क्या होग?
अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
विकास दुबे की मौत के बाद इस एनकाउंटर पर सियासत तेज हो गईहै। अखिलेश यादव ने कहा कि कार नहीं पलटी सरकार पलटने से बच गई।
ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 9, 2020
दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2020