नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सेना में महिला अधिकारियों को उनका हक देने के फैसले के बाद आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने ट्वीट कर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की जिस पर सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसका करारा जवाब दिया। अपने पलटवार ट्वीट में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को ‘बेगानी शादी का अब्दुल्ला’ करार दिया। बता दें कि सेना में महिला अधिकारियों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी ने कहा, शीर्ष अदालत ने नरेंद्र मोदी की ‘महिला विरोधी सोच और ‘महिलाओं के प्रति उसके पूर्वाग्रह को खारिज कर दिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि नरेंद्र मोदी सरकार ने इस मुद्दे पर शीर्ष अदालत में जो दलील दी वह देश की हर महिला का अपमान है। इसके जवाब में स्मृति ईरानी मैदान में उतर आर्इं। उन्होंने ट्वीट में कहा कि ‘आदरणीय बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाने, यह पीएम नरेंद्र मोदी जी ही थे, जिन्होंने सशस्त्र बलों में महिलाओं के लिए स्थायी आयोग की घोषणा की थी, जिससे लैंगिक न्याय सुनिश्चित हुआ और जब आपकी सरकार थी, तब भाजपा महिला मोर्चा ने इस मुद्दे को उठाया था।’ उन्होंने यह भी कहा कि ट्वीट करने से पहले अपने टीम से बोलिए कि वे चेक करें। दरअसल, राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में कहा था, ‘सरकार ने उच्चतम न्यायालय में यह दलील देकर हर महिला का अपमान किया है कि महिला सैन्य अधिकारी कमान मुख्यालय में नियुक्ति पाने या स्थायी सेवा की हकदार नहीं हैं क्योंकि वे पुरुषों के मुकाबले कमतर होती हैं। मैं भाजपा सरकार को गलत साबित करने और खड़े होने के लिए भारत की महिलाओं को बधाई देता हूं। गौरतलब है कि सैन्य बलों में लैंगिक भेदभाव खत्म करने पर जोर देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सेना में महिला अधिकारियों के कमान संभालने का मार्ग प्रशस्त कर दिया और केन्द्र को निर्देश दिया कि तीन महीने के भीतर सारी महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन दिया जाये।