Aaj Samaj (आज समाज), SmartPhone Harmful For Kids, नई दिल्ली: बच्चों के लिए कम उम्र में स्मार्टफोन की आदत दीमक की तरह है जो उसके भविष्य को खराब कर सकती है। ये आदत बच्चों के मेन्टल हेल्थ को कमजोर कर रही है। एक रिसर्च में यह बात सामने आई है। अमेरिका के एनजीओ सेपियन लैब्स की रिसर्च में पाया गया है कि बच्चों को कम उम्र में स्मार्टफोन की आदत से वयस्क होने पर उन्हें मनोवैज्ञानिक दिक्कतें हो सकती हैं। मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनी श्याओमी इंडिया के पूर्व सीईओ और जाबोंग के सह-संस्थापक रहे मनु कुमार जैन ने इस रिसर्च का समर्थन किया है।
बच्चों को छोटी उम्र में बंद करें स्मार्टफोन देना
मनु कुमार जैन ने रिपोर्ट शेयर करते हुए माता-पिता के लिए मैसेज लिखकर कहा है कि घर में कोई छोटा बच्चा रोता है तो क्या आप उसे चुप कराने के लिए अपना स्मार्टफोन देते हैं? अगर हां, तो इसे जल्द बंद करें। मनु कुमार जैन ने अपने पोस्ट की शुरुआत ”Stop giving smartphones to your” लिखकर की है। उन्होंने लिखा है कि बच्चों को छोटी उम्र में मोबाइल और टेबलेट देना उनके भविष्य को खराब कर रहा है और उन्हें इससे कई तरह की स्वास्थ्य परेशानियां हो रही हैं। मनु कुमार जैन ने अपनी पोस्ट में लिखा कि अधिकतर माता-पिता अपने बच्चें को फोन तब देते हैं जब वह रो रहा होता है, या वे ड्राइव या खाना तैयार कर रहे होते हैं।
बच्चे को मोबाइल चलाते या गेम खेलते बहुत खुश होते हैं कई पैरेंट्स
अक्सर आज हर घर या हर जगह देखा जा रहा है कि छोटे-छोटे बच्चों को मोबाइल की लत लगती जा रही है। कई माता-पिता बड़े खुश होकर कहते हैं कि उनका बच्चा मोबाइल खोल लेता है, ऐप चला लेता है या गेम खेल लेता है। लेकिन स्मार्टफोन बच्चे के दिमाग पर क्या असर डाल रहा है यह सोचने की कोई जरूरत नहीं समझता। कुछ पैरेंट्स बच्चों को समझाएं भी तो भी बच्चे नहीं मानते या जिद करते हैं।
बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी, घूमने में रखना चाहिए
मनु कुमार जैन ने अपनी पोस्ट में लिखा कि माता-पिता को इसके बदले बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी, घूमने, ह्यूमन इंटरैक्शन और सोशल स्फीयर में रखना चाहिए ताकि वह इनसब चीजों को देखें और समझें. शाओमी के पूर्व हेड ने लिखा कि वे स्मार्टफोन और टेबलेट के खिलाफ नहीं है लेकिन जब बात बच्चों की आए तो माता-पिता को सतर्क और सावधान रहना चाहिए ताकि उन्हें को आगे चलकर समस्या न आए। न सिर्फ जैन बल्कि ये बात कई डॉक्टर भी कह चुके हैं कि स्मार्टफोन छोटे उम्र के बच्चों के लिए सही नहीं है. एक तय उम्र के बाद ही माता-पिता को इसे बच्चों को देना चाहिए।
जानिए किसे आई समस्या
सेपियन लैब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 60-70 प्रतिशत महिलाएं जो 10 साल की उम्र से पहले स्मार्टफोन के संपर्क में थीं उनमें मेंटल हेल्थ की समस्यां एडल्ट एज में आ रही है। 45 से 50 फीसदी पुरुष जो 10 साल की उम्र से पहले स्मार्टफोन का यूज कर थे उन्हें भी इसी तरह की परेशानी हो रही है।
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