शाहजहांपुर। स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा को एकाएक एसआईटी ने घेर लिया। दरअसल छात्रा अपने भाई और सुरक्षा के लिए मिले सुरक्षा गार्ड को लेकर कचहरी जा रही थी। इस बीच एसआईटी की टीम को जैसे ही सूचना मिली की छात्रा बिना इजाजत कहीं जा रही है तो फौरन टीम ने बाजार में ही पीड़िता को रोक लिया। एसआईटी ने छात्रा को खिरनीबाग चौराहा पर रोक लिया और उससे पूछताछ की। छात्रा ने बताया कि वह कोर्ट में हस्ताक्षर करने जा रही थी। इस पर एसआईटी ने उसके आसपास फोर्स तैनात कर दी और सुरक्षा घेर में ही कोर्ट तक जाने को कहा। एसआईटी ने जरूरी लिखा-पढ़ी कर छात्रा को फोर्स के साथ घर जाने को कहा। बता दें कि इस तरह से रास्ते में एकाएक एसआईटी की टीम का पहुंचना और पूछताछ करने से यह चर्चा होने लगी कि छात्रा को भी हिरासत में लिया गया है। हालांकि ऐसा नहीं हुआ था। चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह की ओर से कथित पीड़िता और उसके तीन दोस्तों के खिलाफ मोबाइल फोन के जरिये 5 करोड़ की रंगदारी मांगने का मामला दर्ज कराया गया था। उसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कथित तौर पर वह लड़की अपने तीन दोस्तों के साथ रंगदारी को लेकर बातचीत करती देखी गयी थी। इस मामले में लड़की के आरोपी दोस्तों संजय, विक्रम तथा सचिन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किये गये पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के मामले में पीड़िता की भी गिरफ्तारी की मांग उठी थी। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधान पार्षद जयेश प्रसाद ने चिन्मयानंद से जेल में मुलाकात के बाद लड़की पर रंगदारी के आरोप लगाए थे। उन्होंने चिन्मयानंद की ओर से दर्ज कराए गए रंगदारी वसूली के प्रयास के मुकदमें के आरोपियों में लड़की के भी शामिल होने की बात कही थी। उन्होंने मांग की थी कि छात्रा को उसके तीन साथियों के साथ गिरफ्तार किया जाना चाहिये।