प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर:
16 साल की किशोरी ने निजी अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया है। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना शहर पुलिस को दी। सूचना पर एएसआई बलजीत कौर टीम सहित मौके पर पहुंची। उन्होंने जच्चा-बच्चा का हाल जाना। इस दौरान किशोरी की मां ने पुलिस को बताया कि वह कोठियों में झाड़ू पोछा लगाने का काम करती है। उसके पास चार लड़की एक लड़का है। करीब 4 साल से वह चंडीगढ़ में रह रहे हैं। उनकी ननद भी 25 साल से वही रहती है। गत वर्ष लॉकडाउन के दौरान उनकी ननद परिवार सहित अपने गांव चली गई थी। वह भी यूपी अपने गांव चली गई थी। उसकी दोनों बेटी चंडीगढ़ में ही रह रही थी। उनकी ननद का 20 वर्षीय बेटा गोविंद भी वहीं रह रहा था। लॉकडाउन के कारण उन सब ने एक ही कमरा किराए पर लिया हुआ था। गोविंद और उसकी दोनों लड़कियां एक ही कमरे में रह रही थी। एक महीना पहले ही वह गांव से वापस चंडीगढ़ लौटी। उसकी दोनों बेटियां भी कोठियों में झाड़ू पोछा लगाने का काम करती है।16 वर्षीय छोटी बेटी काम के सिलसिले में 5 अगस्त को यमुनानगर आ गई। इस दौरान उसे पेट में दर्द हुआ। मकान मालिक उसकी बेटी को दवाई के लिए अस्पताल ले आए। यहां पर बेटी ने एक बच्ची को जन्म दिया। जब उन्होंने बेटी से पूछा तो उसने बताया कि गोविंद (बुआ का लड़का) उसके साथ कई महीनों से गलत काम कर रहा है। गोविंद की वजह से ही उसकी बेटी गर्भवती हुई। महिला ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उधर मामले को देख रही एएसआई बलजीत कौर ने बताया कि इस मामले में छह पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर चंडीगढ़ पुलिस को भेज दिया है। स्थानीय पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज की है, क्योंकि घटना चंडीगढ़ की है। आगामी कार्रवाई चंडीगढ़ पुलिस करेगी। उधर सीडब्ल्यूसी व चाइल्ड हैल्पलाइन की डायरेक्टर अंजू वाजपेयी ने भी पूरे मामले की जानकारी ली।
16 साल की किशोरी ने निजी अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया है। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना शहर पुलिस को दी। सूचना पर एएसआई बलजीत कौर टीम सहित मौके पर पहुंची। उन्होंने जच्चा-बच्चा का हाल जाना। इस दौरान किशोरी की मां ने पुलिस को बताया कि वह कोठियों में झाड़ू पोछा लगाने का काम करती है। उसके पास चार लड़की एक लड़का है। करीब 4 साल से वह चंडीगढ़ में रह रहे हैं। उनकी ननद भी 25 साल से वही रहती है। गत वर्ष लॉकडाउन के दौरान उनकी ननद परिवार सहित अपने गांव चली गई थी। वह भी यूपी अपने गांव चली गई थी। उसकी दोनों बेटी चंडीगढ़ में ही रह रही थी। उनकी ननद का 20 वर्षीय बेटा गोविंद भी वहीं रह रहा था। लॉकडाउन के कारण उन सब ने एक ही कमरा किराए पर लिया हुआ था। गोविंद और उसकी दोनों लड़कियां एक ही कमरे में रह रही थी। एक महीना पहले ही वह गांव से वापस चंडीगढ़ लौटी। उसकी दोनों बेटियां भी कोठियों में झाड़ू पोछा लगाने का काम करती है।16 वर्षीय छोटी बेटी काम के सिलसिले में 5 अगस्त को यमुनानगर आ गई। इस दौरान उसे पेट में दर्द हुआ। मकान मालिक उसकी बेटी को दवाई के लिए अस्पताल ले आए। यहां पर बेटी ने एक बच्ची को जन्म दिया। जब उन्होंने बेटी से पूछा तो उसने बताया कि गोविंद (बुआ का लड़का) उसके साथ कई महीनों से गलत काम कर रहा है। गोविंद की वजह से ही उसकी बेटी गर्भवती हुई। महिला ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उधर मामले को देख रही एएसआई बलजीत कौर ने बताया कि इस मामले में छह पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर चंडीगढ़ पुलिस को भेज दिया है। स्थानीय पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज की है, क्योंकि घटना चंडीगढ़ की है। आगामी कार्रवाई चंडीगढ़ पुलिस करेगी। उधर सीडब्ल्यूसी व चाइल्ड हैल्पलाइन की डायरेक्टर अंजू वाजपेयी ने भी पूरे मामले की जानकारी ली।