(Sirsa News) ऐलनाबाद। हरियाणा के सबसे अंतिम छोर पर राजस्थान की सीमा से सटे गांव कर्मशाना मे गर्मियों के असर दिखाई देना शुरू हो चुका है। यहां के ग्रामीणों को इन दिनों पेजजल व सिंचाई जल की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। बातचीत के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि अपने नागरिकों को बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं देना प्रत्येक सरकार का काम होता है।
उन्हें इस बात का दु:ख है कि वे हरियाणा प्रदेश की ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के सबसे अंतिम गांव में राजस्थान की सीमा पर रहते हैं। उनके गांव में पेयजल व सिंचाई जल की समस्या आज से नहीं बल्कि पिछले कई वर्षों से आ रही है। यहां उन्हें न तो पेयजल मिल रहा है और ना ही सिंचाई जल दिया जा रहा है।
राजस्थान में भी नहरबंदी के चलते नहरों में पानी नहीं
इस समस्या से परेशान होकर वे पड़ोसी प्रदेश राजस्थान के गांव ढढेला व टोपरिया से 1500 देकर पेयजल के टैंकर मंगवाते थे लेकिन इस समय राजस्थान में भी नहरबंदी के चलते नहरों में पानी नहीं है। सिंचाई पानी नहीं आने से उनके खेत बिरानी होते जा रहे हैं।
उन्होंने हरियाणा के नहरी विभाग व जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाखडा नहर बंदी से पहले जब उनके जलघर में पेयजल भरा गया था तो वह खारा पानी भरा गया जो कि पीने योग्य नहीं था। उस पानी को गांव में पाइप लाईन के माध्यम से घर-घर सप्लाई दी गई तो वह पानी पीने से गांव के प्रत्येक घर में कोई ना कोई व्यक्ति बीमार पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामीणों ने हरियाणा सरकार से जल्द से जल्द उनकी इस समस्या का स्थायी हल निकालने की मांग की है।
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